जयपुर. सेना में युवाओं की अग्निपथ योजना के नाम पर होने वाली संविदा भर्तियों पर जहां कांग्रेस दिल्ली से लेकर जयपुर तक विरोध-प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस के इस विरोध-प्रदर्शन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने तीखा हमला बोला है. पूनिया ने कहा कि अग्निपथ योजना के खिलाफ (Congress Protest Against Agnipath Scheme) गहलोत सरकार ने कैबिनेट में प्रस्ताव पास कर युवाओं को भड़काने और गुमराह करने का काम किया है. देश के युवा जब इस योजना के बारे में समझेंगे, वह कांग्रेस को माफ नहीं करेंगे.
कल था जो आज नहीं है : सतीश पूनिया ने कहा कि जो कल था वो आज नहीं है, जो आज है वो कल नहीं होगा. कई बार कुछ मुद्दों की समझ नहीं होने की वजह से तात्कालिक प्रतिक्रिया होती है. उसमें डिफ्यूज और डाइवर्ट होने में टाइम लगता है, लेकिन प्रदेश का नौजवान बखूबी समझेगा और इन सब विवादों से दूर होकर अपनी तैयारी में लगेगा. पूनिया ने कहा कि नौसेना और वायुसेना ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. जल्दी इसका लाभ नौजवानों को मिलेगा.
युवाओं को भड़काने और गुमराह करने का काम किया : पूनिया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और राजस्थान सरकार की इसमें भूमिका घृणित और विध्वंसक है. लोकतंत्र में कोई योजना लागू होती है, उसके खिलाफ कैबिनेट में कोई प्रस्ताव लागू करे, यह दुर्भाग्यपूर्ण है. इस तरह से लोगों को भड़काने और गुमराह करने की सरकार की कोशिश रही है और इसके लिए सरकार की पूरी मशीनरी का दुरुपयोग किया गया है.
इस तरह से कैबिनेट में प्रस्ताव को अप्रूव किया है, यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है. जबकि उनको चाहिए था कि योजनाओं की खूबी के बारे में युवाओं को बताते और उन्हें इस योजना से जुड़ने के लिए जागरूक करते हैं. क्योंकि जब योजना (Congress With Agnipath Protester) धरातल पर उतरेगी और लोगों के बीच में जाएगी तब नौजवान बहुत बेहतर तरीके से समझेगा. पूनिया ने कहा कि मुझे भरोसा है कि देश का युवा इस बात को समझेगा कि देश की सेना ने और सरकार ने उनके भले के लिए कोई योजना शुरू की है.
35-35 साल के लोग पत्थर फेंक रहे हैं : सतीश पूनया ने कहा कि अग्निपथ योजना से सेना और मजबूत होगी. हमारे पड़ोसी हमारे सामने बड़ी चुनौती है. ऐसे में सेना को मजबूत किया जा रहा है. आधुनिकीकरण की तरफ हम तेजी से बढ़ रहे हैं. भारतीय सेना में नवाचार की जरूरत है और इससे नौजवान को ज्यादा से ज्यादा जोड़ा जा रहा है तो इसमें गलत क्या है ? जो लोग विरोध कर रहे हैं क्या उनमें सभी युवा हैं ? पूनिया ने कहा कि जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आ रही हैं, उसमें पत्थर फेंकने वाले 35-35 साल के दाढ़ी वाले लोग हैं तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इसका विरोध कौन कर रहा है. इसमें किसका स्वार्थ है, यह भी समझने की जरूरत है.
जनता राम भरोसे : सतीश पूनिया ने कहा कि पहले 52 दिन सरकार बाड़े में बंद रही और अब मुख्यमंत्री से सभी विधायक और अब मंत्री दिल्ली में पहुंच गए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत यह बताएं कि आखिर वह प्रदेश की जनता को किसके हवाले छोड़ कर गए हैं. 3 साल में आधा वक्त उन्होंने बाड़ेबंदी में गुजार दिया. आखिर क्या वह प्रदेश की जनता को जवाब देंगे ? जिस तरीके से महिलाओं का चीरहरण हो रहा है. भ्रष्टाचार चरम पर है, गुंडे-बदमाशों ने तांडव मचा रखा है और यह सब इसलिए हो रहा है, क्योंकि सरकार आम जनता की सुध नहीं ले पा रही है.
गिव एंड टेक नहीं है : पूर्व मंत्रियों और विधायकों के मुकदमे वापस लेने की बात पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि उन्होंने बड़ा दिल रख कर बीजेपी के पूर्व मंत्रियों और विधायकों पर लगे मुकदमे वापस लिए हैं. लेकिन बीजेपी राजनीतिक द्वेष के बीच राहुल गांधी को जबरन (Rahul Gandhi ED Enquiry) ईडी के केस में फंसा रही है. उन्हें भी बड़ा दिल रख कर इस तरह की कार्रवाई से बचना चाहिए तो मैं उनसे यह कहना चाहूंगा कि यह कोई गिव एंड टेक नहीं है.
कानून के दायरे में जो काम होता है वह किया जा रहा है. राज्य सरकार ने अपने विवेक से वही काम किया जो वर्षों से राजनीति में होता आ रहा है. इसमें कोई कंप्रोमाइज नहीं किया गया है. पूनिया ने कहा कि राहुल गांधी को ईडी का नोटिस है, इसमें बीजेपी का कोई दखल नहीं है. ईडी संवैधानिक संस्था है और अदालत के आदेश पर उन्होंने केस की जांच शुरू की है. राहुल गांधी निर्दोष हैं तो उन्हें किसी चीज का डर नहीं होना चाहिए, जो सच्चाई होगी वह जल्दी सबके सामने आ जाएगी. लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि राजस्थान में गहलोत सरकार ने अगर बीजेपी के पूर्व मंत्रियों और विधायकों के मुकदमे वापस लिए तो राहुल गांधी के ऊपर ईडी की कार्रवाई को भी रोक दिया जाए.
पायलट के खिलाफ कराया राजद्रोह का केसः ईडी इनकम टैक्स और सीबीआई के दुरुपयोग को लेकर सीएम गहलोत की और से उठाए जा रहे सवालों पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार किया. पूनिया ने कहा कि गहलोत कहते हैं कि बीजेपी कार्यालय में पुलिस घुस जाए तो, मैं कहना चाहूंगा किसने रोक है, पुलिस उनकी, उनके पास पूरी ताकत है. पूनिया ने कहा कि CM ने पिछले साढ़े 3 साल में राजस्थान की पुलिस के दुरुपयोग का ही तो काम करवाया है. अपने ही पूर्व डिप्टी चीफ मिनिस्टर सचिन पायलट के खिलाफ 124 ए, राजद्रोह का मुकदमा दर्ज करवाया. SOG से अपनी ही लोगों के खिलाफ जांच करवाई है. ACB का भी उसी तरह दुरुपयोग किया है. उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर आरोप लगाने से पहले देख लें कि पुलिस का गलत इस्तेमाल करना किसकी फितरत है?.