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क्या पूनिया चाहते हैं वसुंधरा का रिटायरमेंट...70 साल के उम्र में राजनीतिक सेवानिवृत्ति की वकालत की...कहा मेरे संगठनात्मक नेतृत्व में हो चुनाव

राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र को लेकर आए दिन चर्चा होती रहती है. इस मुद्दे को इस बार भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया (Satish Poonia statement on retirement age in politics) ने अपने एक बयान से हवा दे दी है. टॉक जर्निलिज्म कार्यक्रम में बोलते हुए पूनिया ने राजनीति से रिटायरमेंट की उम्र 70 साल होने की वकालत की.

BJP State President satish poonia
सतीश पूनिया का राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र पर बयान
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Published : Jul 29, 2022, 9:58 PM IST

Updated : Jul 29, 2022, 10:13 PM IST

जयपुर. राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने शुक्रवार को बड़ा बयान (Satish Poonia statement on retirement age in politics) दिया. पूनिया ने राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र 70 वर्ष होने की वकालत की. साथ ही 70 साल की उम्र के बाद खुद के रिटायरमेंट लेने का एलान भी किया. पूनिया का यह बयान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों को निराश करने वाला हो सकता है. क्योंकि साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे 70 साल की उम्र पार कर जाएंगी. पूनिया ने अगले विस. चुनाव में नेतृत्व को लेकर भी बड़ा बयान दिया.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को जयपुर में आयोजित टॉक जर्नलिज्म कार्यक्रम के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया. राजनीति में रिटायरमेंट से जुड़ा पूनियां का यह बयान सियासी गलियारों में चर्चा में है और इस बयान को वसुंधरा राजे के परिदृश्य में देखा जा रहा है. अब तक 75 वर्ष की आयु में राजनीतिक रिटायरमेंट के मापदंड की चर्चा भाजपा में होती थी. लेकिन पूनिया ने इसे 70 वर्ष करने की ही मंशा जता डाली. हालांकि पूनिया ने यह भी कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मत है. राजस्थान भाजपा नेताओं में मुख्यमंत्री के चेहरे की जंग किसी से छुपी हुई नहीं है. पार्टी मंच पर एकजुटता और हम साथ साथ है का संदेश देने वाले नेताओं में पर्दे के पीछे शह मात का खेल चलता रहता है.

सुनिए क्या कहा सतीश पूनिया ने...

नानाजी देशमुख का दिया उदाहरण, लेकिन जता दी अपनी मंशाः कार्यक्रम में पूनिया ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. इस बीच जब राजनीति में सेवानिवृत्ति की आयु से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने नानाजी देशमुख का उदाहरण देकर अपने मन की बात कह डाली. पूनिया ने कहा कि सरकार कर्मचारियों को 60 साल की उम्र में रिटायर्ड कर देती है और नानाजी देशमुख ने कहा है कि राजनीतिक रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होना चाहिए. पूनिया ने कहा कि मैं इसमें 5 साल और ऐड कर देता हूं और मेरे हिसाब से 70 साल की उम्र में राजनीतिक सेवानिवृत्ति लेकर नई पीढ़ी को मार्गदर्शन और संरक्षण देने का काम करना चाहिए. उन्होंने कहा मैं यह कमिटमेंट करता हूं कि 70 साल की उम्र में मैं राजनीतिक जीवन से रिटायरमेंट ले लूंगा.

पढ़ें. Congress protest against ED: पूनिया ने कांग्रेस को बताया चोर, कहा-उन्हें खुद के घर छापा पड़ने का डर सता रहा

2023 चुनाव में नेतृत्व को लेकर कहीं यह बड़ी बातः कार्यक्रम में सतीश पूनिया ने एक सवाल के जवाब में साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में नेतृत्व को लेकर भी एक बड़ा बयान दे डाला. पूनिया ने कहा कि मैं गांव से आता हूं, मेरे जैसे किसान परिवार को अवसर मिला है तो मेरी इच्छा है कि अध्यक्ष के नाते पार्टी मेरे नेतृत्व में 2023 में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाए. उन्होंने कहा संगठन की शक्ल में मेरी चाहत है कि प्रदेश में 52,000 बूथों तक जाए. हालांकि पूनिया ने कहा कि इस प्रकार की मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, और मैं पार्टी से या कार्यकर्ताओं से भी इसके लिए नहीं कहूंगा. उन्होंने कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड और आलाकमान जिस प्रकार का निर्देश देंगे हम सब उसके पालना करेंगे लेकिन आप ने सवाल किया है तो बता रहा हूं.

भाजपा नेताओं में मतभेद हो सकते हैं मनभेद नहींः कार्यक्रम में भाजपा नेताओं में चल रहे मतभेद के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी नेताओं में मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं है. उन्होंने कहा कांग्रेस की तुलना में भाजपा एकजुट है और पार्टी आलाकमान के निर्देश और आदेश पर पार्टी से जुड़े सभी नेता एकमत रहते हैं. यही हमारी पार्टी का अनुशासन है.

पढ़ें. उदयपुर के दौरे पर पहुंचे सतीश पूनिया, गहलोत सरकार की कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल

दो तिहाई बहुमत से बनेगी सरकार, मुख्यमंत्री के कई चेहरे यह अच्छी बातः एक सवाल के जवाब में सतीश पूनिया ने कहा राजस्थान में अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा दो तिहाई बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी. यह सरकार कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनेगी. पूनिया से जब पूछा गया कि भाजपा में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं तो उन्होंने कहा कि एक समय था जब लोग कहते थे कि यहां पर चेहरों की कमी है. लेकिन अब जब आप कह रहे हैं कितने चेहरे हैं तो यह पार्टी के लिए अच्छी बात है कि हमारे पास काफी अच्छी लीडरशिप वाले नेता हैं.

चुनाव में 50 फीसदी नए और युवाओं को मिला मौकाः एक सवाल के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मैं चाहता हूं अगले विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी नए और युवा चेहरों को मौका मिले. उन्होंने कहा अपनी इस बात को मैं पार्टी आलाकमान तक भी रखूंगा. वहीं एक सवाल के जवाब में पूनिया ने कहा कि अब पार्टी में नए चेहरे और नई लीडरशिप भी अलग-अलग जगह देखने को मिल रही है. क्योंकि पार्टी इसे बढ़ावा दे रही है. पूनिया ने इस दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत अभियान के स्टार प्रचार हैं और वो कांग्रेस पार्टी में बहादुर शाह जफर की भूमिका निभा रहे हैं. इसलिए मुझे पसंद हैं.

जयपुर. राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने शुक्रवार को बड़ा बयान (Satish Poonia statement on retirement age in politics) दिया. पूनिया ने राजनीति में रिटायरमेंट की उम्र 70 वर्ष होने की वकालत की. साथ ही 70 साल की उम्र के बाद खुद के रिटायरमेंट लेने का एलान भी किया. पूनिया का यह बयान पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और उनके समर्थकों को निराश करने वाला हो सकता है. क्योंकि साल 2023 के विधानसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे 70 साल की उम्र पार कर जाएंगी. पूनिया ने अगले विस. चुनाव में नेतृत्व को लेकर भी बड़ा बयान दिया.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शुक्रवार को जयपुर में आयोजित टॉक जर्नलिज्म कार्यक्रम के दौरान एक सवाल के जवाब में यह बयान दिया. राजनीति में रिटायरमेंट से जुड़ा पूनियां का यह बयान सियासी गलियारों में चर्चा में है और इस बयान को वसुंधरा राजे के परिदृश्य में देखा जा रहा है. अब तक 75 वर्ष की आयु में राजनीतिक रिटायरमेंट के मापदंड की चर्चा भाजपा में होती थी. लेकिन पूनिया ने इसे 70 वर्ष करने की ही मंशा जता डाली. हालांकि पूनिया ने यह भी कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मत है. राजस्थान भाजपा नेताओं में मुख्यमंत्री के चेहरे की जंग किसी से छुपी हुई नहीं है. पार्टी मंच पर एकजुटता और हम साथ साथ है का संदेश देने वाले नेताओं में पर्दे के पीछे शह मात का खेल चलता रहता है.

सुनिए क्या कहा सतीश पूनिया ने...

नानाजी देशमुख का दिया उदाहरण, लेकिन जता दी अपनी मंशाः कार्यक्रम में पूनिया ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. इस बीच जब राजनीति में सेवानिवृत्ति की आयु से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने नानाजी देशमुख का उदाहरण देकर अपने मन की बात कह डाली. पूनिया ने कहा कि सरकार कर्मचारियों को 60 साल की उम्र में रिटायर्ड कर देती है और नानाजी देशमुख ने कहा है कि राजनीतिक रिटायरमेंट की उम्र 65 साल होना चाहिए. पूनिया ने कहा कि मैं इसमें 5 साल और ऐड कर देता हूं और मेरे हिसाब से 70 साल की उम्र में राजनीतिक सेवानिवृत्ति लेकर नई पीढ़ी को मार्गदर्शन और संरक्षण देने का काम करना चाहिए. उन्होंने कहा मैं यह कमिटमेंट करता हूं कि 70 साल की उम्र में मैं राजनीतिक जीवन से रिटायरमेंट ले लूंगा.

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2023 चुनाव में नेतृत्व को लेकर कहीं यह बड़ी बातः कार्यक्रम में सतीश पूनिया ने एक सवाल के जवाब में साल 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव में नेतृत्व को लेकर भी एक बड़ा बयान दे डाला. पूनिया ने कहा कि मैं गांव से आता हूं, मेरे जैसे किसान परिवार को अवसर मिला है तो मेरी इच्छा है कि अध्यक्ष के नाते पार्टी मेरे नेतृत्व में 2023 में प्रचंड बहुमत से सरकार बनाए. उन्होंने कहा संगठन की शक्ल में मेरी चाहत है कि प्रदेश में 52,000 बूथों तक जाए. हालांकि पूनिया ने कहा कि इस प्रकार की मेरी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है, और मैं पार्टी से या कार्यकर्ताओं से भी इसके लिए नहीं कहूंगा. उन्होंने कहा कि भाजपा संसदीय बोर्ड और आलाकमान जिस प्रकार का निर्देश देंगे हम सब उसके पालना करेंगे लेकिन आप ने सवाल किया है तो बता रहा हूं.

भाजपा नेताओं में मतभेद हो सकते हैं मनभेद नहींः कार्यक्रम में भाजपा नेताओं में चल रहे मतभेद के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि पार्टी नेताओं में मतभेद हो सकता है लेकिन मनभेद नहीं है. उन्होंने कहा कांग्रेस की तुलना में भाजपा एकजुट है और पार्टी आलाकमान के निर्देश और आदेश पर पार्टी से जुड़े सभी नेता एकमत रहते हैं. यही हमारी पार्टी का अनुशासन है.

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दो तिहाई बहुमत से बनेगी सरकार, मुख्यमंत्री के कई चेहरे यह अच्छी बातः एक सवाल के जवाब में सतीश पूनिया ने कहा राजस्थान में अगले विधानसभा चुनाव में भाजपा दो तिहाई बहुमत से अपनी सरकार बनाएगी. यह सरकार कार्यकर्ताओं की मेहनत से बनेगी. पूनिया से जब पूछा गया कि भाजपा में मुख्यमंत्री पद के कई दावेदार हैं तो उन्होंने कहा कि एक समय था जब लोग कहते थे कि यहां पर चेहरों की कमी है. लेकिन अब जब आप कह रहे हैं कितने चेहरे हैं तो यह पार्टी के लिए अच्छी बात है कि हमारे पास काफी अच्छी लीडरशिप वाले नेता हैं.

चुनाव में 50 फीसदी नए और युवाओं को मिला मौकाः एक सवाल के जवाब में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि मैं चाहता हूं अगले विधानसभा चुनाव में 50 फीसदी नए और युवा चेहरों को मौका मिले. उन्होंने कहा अपनी इस बात को मैं पार्टी आलाकमान तक भी रखूंगा. वहीं एक सवाल के जवाब में पूनिया ने कहा कि अब पार्टी में नए चेहरे और नई लीडरशिप भी अलग-अलग जगह देखने को मिल रही है. क्योंकि पार्टी इसे बढ़ावा दे रही है. पूनिया ने इस दौरान एक सवाल के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भाजपा के कांग्रेस मुक्त भारत अभियान के स्टार प्रचार हैं और वो कांग्रेस पार्टी में बहादुर शाह जफर की भूमिका निभा रहे हैं. इसलिए मुझे पसंद हैं.

Last Updated : Jul 29, 2022, 10:13 PM IST
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