जयपुर. कोटा के जेके लोन अस्पताल में नवजात शिशुओं की मौत का मामला अभी थमा भी नहीं था कि एक बार फिर जोधपुर के राजकीय चिकित्सालय में 1 महीने में 140 से अधिक बच्चों की मौत के आंकड़े सामने आए हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले में आए इन आंकड़ों ने प्रदेश की सियासत में और ज्यादा भूचाल ला दिया है.
विपक्ष में बैठी बीजेपी ने ना केवल जोधपुर के राजकीय चिकित्सालय में शिशुओं की मौत के मामले पर सरकार को निशाने पर लिया है. बल्कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के बयान पर भी सरकार को घेरा है. बीजेपी प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि प्रदेश की गहलोत सरकार को दिल्ली में हाजिरी से फुर्सत नहीं है.
ऐसे में उन्हें प्रदेश की चिकित्सा व्यवस्था की जानकारी नहीं रही और प्रदेश के सभी राजकीय चिकित्सालय में शिशुओं की मौत का मामला लगातार सामने आ रहा है. उन्होंने कहा कि कोटा के जेके लोन अस्पताल में ही नहीं बल्कि, मुख्यमंत्री के गृह जिले जोधपुर में भी 1 महीने में 40 से अधिक बच्चों की मौत हो गई है.
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उन्होंने कहा कि पिछले 2 दिनों के अंदर ही बूंदी के राजकीय चिकित्सालय में 10 बच्चों की मौत हो गई. प्रदेश में जिस समय चिकित्सा की व्यवस्था करनी है उसी वक्त सरकार दिल्ली दरबार में हाजरी लगाने में व्यस्त हैं. लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट के बयान का स्वागत करते हुए कहा कि सरकार के मुख्यमंत्री और मंत्री जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं है. अपनी सरकार के आकंड़ों को छोड़ पूर्व सरकार के आंकड़ों का मायाजाल बुन रहे.
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सचिन पायलट ने जो बयान दिया है वह स्वागत के योग्य है. उन्होंने कहा कि पायलट ने जेके लोन अस्पताल का दौरा किया है. इस दौरान उन्होंने खुद स्वीकार किया कि पूर्व सरकार के आंकड़े बताने से ज्यादा जरूरी है कि अपनी सरकार में हो रही शिशुओं की मौत को रोका जाए.