जयपुर. भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कठूमर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा द्वारा सरकार के मंत्रियों पर आरोप लगाए जाने पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा है कि गहलोत-पायलट गुट की लड़ाई में राजस्थान की जनता का अहित हो रहा है. विधायक रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि कठूमर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा ने सरकार के मंत्रियों पर बहुत गंभीर और संगीन आरोप लगाए हैं, जिनकी सार्वजनिक रूप से चर्चा करना भी ठीक नहीं है.
विधायक शर्मा के अनुसार कांग्रेस विधायक बाबूलाल बैरवा ने दो बातें कही हैं. पहली कि मैंने मेरी विधानसभा क्षेत्र की 27 वर्षीय एक विधवा, जिसके 4 वर्ष का पुत्र हैं और वह भी अपनी विधवा मां के साथ रहती है. जिसके ट्रांसफर के लिए सरकार के मंत्रियों के पास कई अर्जियां लगाई, लेकिन सरकार के मंत्रियों ने ट्रांसफर का काम भी नहीं किया और दूसरा आरोप लगाया है कि मैं मुख्यमंत्री के पास सिर्फ इसलिए आया था कि सरकार में मेरे काम होंगे और मेरी जनता के काम होंगे, लेकिन मुझे दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि मुझे सचिन पायलट का खेमा नहीं छोड़ना चाहिए था. जिस उम्मीद के साथ गहलोत के खेमे में आया था, मुझे निराशा हाथ लगी.
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प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि जिस तरीके से दूसरे गुट के पीआरओ पर मुकदमा दर्ज करना और उसकी जांच के अंदर सक्रियता दिखाना, इस बात को इंगित करता है कि सरकार एक बार फिर होटलों के सैर सपाटा करने में लग जाएगी और जनता को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. इस तरीके का असंतोष राजस्थान में पहली बार देखने को मिल रहा है. जहां सरकार खुद को बचाने के लिए काम कर रही है, ना कि जनता को बचाने के लिए. राजस्थान की जनता कोविड की लड़ाई भी खुद लड़ रही है और राजस्थान में विकास शून्य हो चुका है. विकास की गति और पहिये बिल्कुल रुक चुके हैं. शर्मा ने कहा कि आने वाले समय में मुझे लगता है कि जनता का अहित होने वाला है और जनता के विकास के कार्य अवरुद्ध होने वाले हैं.