जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को बच्चों की मौत को लेकर बयान दिया था. गहलोत के बयान पर पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने उन्हें घेरा है. कालीचरण सराफ का कहना है, कि मुख्यमंत्री का यह बयान उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है.
पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने कहा, कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का बयान गैर जिम्मेदाराना है. प्रदेश के मुखिया होने के नाते उन्होंने जो बयान दिया है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है. अपने बयान के लिए मुख्यमंत्री को प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए.
राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा, कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने बयान से पलट रहे हैं. भाजपा कोई भी बयान तोड़मरोड़ कर पेश नहीं कर रहीं. गांधी का मुखौटा लगाने वाले अशोक गहलोत का यह दूसरा रूप है. उन्हें उन मां और बच्चों की चिंता नहीं है. उन्होंने कहा था, कि आए दिन बच्चों की मौत होती है. यह बयान कांग्रेस और अशोक गहलोत की ओछी मानसिकता को दर्शाता है. यह शर्मनाक है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए. मुख्यमंत्री को उन मां के घर जाना चाहिए, जिन्होंने अपने बच्चों को खोया है. सत्ता के मद में चूर एक मुख्यमंत्री का यह बयान है.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए कहा था, कि देश- प्रदेश के अंदर हर अस्पताल में तीन से चार, पांच मौत रोज होती है. यह कोई नई बात नहीं है. जयपुर में भी मौत होती हैं. हालांकि गहलोत ने यह भी कहा, कि हमने पूरी जांच कराई है और एक्शन भी करा रहे हैं. सजा क्या हो सकती है, इस पर भी विचार किया जा रहा है. सरकार व्यवस्था ठीक करने पर जोर दे रही है, ताकि किसी मां और बच्चे की मौत ना हो और यही हमारी सोच है.