जयपुर. अलवर के सरकारी शिशु अस्पताल में आग से झुलसी बच्ची की बुधवार को राजधानी के जेके लोन अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई, जिस पर अब सियासी बवाल मच गया है. राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेत्री सुमन शर्मा ने सरकार से पूछा है कि आखिर बच्ची की मौत का जिम्मेदार कौन है, क्या प्रदेश सरकार है या अस्पताल या फिर खुद चिकित्सा मंत्री इसके जिम्मेदार हैं. यह जवाब प्रदेश सरकार को देना ही चाहिए.
वहीं, इससे पहले भाजपा नेत्री सुमन शर्मा बुधवार सुबह जेके लोन अस्पताल पहुंची, लेकिन वहां जानकारी मिली कि बच्ची की मौत हो चुकी है. ऐसे में चिकित्सकों से मिलकर सुमन शर्मा वहां से निकल गई. सुमन शर्मा के अनुसार कोटा के जेके लोन अस्पताल के बाद अलवर के सरकारी अस्पताल में हुए हादसे ने प्रदेश सरकार और चिकित्सा महकमे की कार्यशैली की पोल खोल दी है. शर्मा ने कहा कि यह घटना हृदय विदारक है. उन्होंने प्रदेश के कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इधर अस्पतालों में बच्चे मर और जल रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सरकार मदमस्त है.
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गौरतलब है कि अलवर के राजकीय गीतानंद शिशु अस्पताल में मंगलवार सुबह 5 बजे एफबीएनसी यूनिट के वार्मर में आग लगने से 15 बच्चों की जिंदगी खतरे में पड़ गई थी, जिसमें से 14 बच्चों को तो बचा लिया गया लेकिन 22 दिन की एक नवजात बालिका 70 फीसदी तक झुलस गई. वहीं, बुधवार को जयपुर के जेके लोन अस्पताल में इलाज के दैरान उसकी मौत हो गई.