जयपुर. कर्नाटक में भाजपा ने कमल का फूल क्या खिलाया कि अब पार्टी की निगाहें उन दो प्रदेशों पर आकर टिक गई. जहां विधानसभा चुनाव में तो भाजपा हार गई. लेकिन, मौजूदा परिस्थितियों में सरकार बनाने की संभावनाएं नजर आती है. हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश और राजस्थान की. भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं को लगता है की पार्टी का अगला मिशन अब ये 2 प्रदेश ही होंगे. एक दिवसीय यात्रा पर जयपुर आए कैलाश विजयवर्गीय के अनुसार पहले कर्नाटक में मंत्रिमंडल की शपथ हो जाए. उसके बाद अगले मिशन मैं मध्यप्रदेश और राजस्थान पर ही काम शुरू होगा.
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कर्नाटक में जो कुछ सियासी उठापटक हुआ उसमें भाजपा की भूमिका सबसे सामने है. लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री का कहना है कि पार्टी की मंशा सरकार गिराने की नहीं है. लेकिन कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबाजी और कांग्रेस नेताओं का अपने नेतृत्व पर से विश्वास खत्म होना. इस बात के संकेत है कि कांग्रेस खुद हिट विकेट पर आमादा है.
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कैलाश विजयवर्गीय मूलता मध्य प्रदेश से ही आते हैं और उनका मौजूदा बयान राजस्थान की राजधानी जयपुर में आया है. इस लिहाज से उनका ये बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. हालांकि पिछले विधानसभा चुनाव में मध्यप्रदेश में भाजपा की तुलना में कांग्रेस को महज कुछ सीटें ही अधिक मिली थी. जबकि राजस्थान में ये अंतर 27 सीटों का रहा था. मतलब अगले मिशन पर यदि भाजपा जाती है तो मध्य प्रदेश की तुलना में राजस्थान में बीजेपी का यह सपना पूरा होना इतना आसान नहीं होगा.