जयपुर. प्रदेश में कोविड-19 को लेकर ना तो कोई वैक्सीन बनी और ना ही वितरण शुरू हुआ, लेकिन इस पर राजनीति जरूर शुरू हो गई. भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने प्रदेश सरकार पर वैक्सीन वितरण को लेकर आए कांग्रेस नेताओं के बयान पर आपत्ति जताई है. साथ ही प्रदेश सरकार पर इस मामले में भी तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है.
शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि राजस्थान की सरकार सिर्फ और सिर्फ तुष्टिकरण करने की राजनीति करने में विश्वास रखती है. कोविड के दौरान भी खाद्य किट वितरण करने का काम किया, उस खाद्य किट वितरण के अंदर भी तुष्टिकरण की राजनीति को ही उन्होंने महत्व देने का काम किया है. जिस तरीके से राजस्थान के अंदर परिसीमन के दौरान जो वार्ड बनाए गए वो वार्ड भी तुष्टिकरण की राजनीति भेंट चढ़ते हुए हम सबको दिखाई देते हैं.
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रामलाल शर्मा ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का नाम लिए बिना ही कहा कि अब राजस्थान सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि जो वैक्सीन का वितरण किया जाएगा, वो बूथों के ऊपर किया जाएगा. बूथों के ऊपर कांग्रेस के कार्यकर्ता उस वितरण के अंदर सहयोग करने का काम करेंगे. उन्आहोंने कहा कि आप सरकार चला रहे हो, सरकार का एक सिस्टम है, उस सिस्टम के अन्दर विभाग का नीचे तक एएनएम, जीएनएम तक और आंगनबाड़ी के कार्यकर्ताओं तक एक ऐसा ढ़ांचा बना हुआ है, वो सरकारी तंत्र का हिस्सा है.
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस को सिर्फ राजनीति करनी है और राजनीति इस आधार पर करनी है कि जनता को आप यह अहसास करवाओ कि हम वैक्सीन वितरण के आधार पर कोविड से बचाने का काम भी हम ही कर रहे हैं. जबकि राजस्थान की जनता जानती है कि कोविड की लड़ाई जनता ने अकेले लड़ी है. उसके अंदर सरकार का कोई बड़ा योगदान नहीं है.
सरकार ने जो काम किया है, वो सिर्फ आंकड़े छुपाने का काम किया है. अंतिम संस्कार के आंकड़े अलग हैं और सरकार जो आंकड़े जारी कर रही है मृत्यु के वो अलग हैं. राजस्थान की सरकार ने कोविड की लड़ाई नहीं लड़ी और अब इस वैक्सीन के वितरण के अंदर भी कांग्रेस अपने चश्मे के आधार के ऊपर देख रही है. यह अनुचित है, यह गलत है, सिर्फ और सिर्फ प्रशासनिक तंत्र के आधार के ऊपर वैक्सीन का वितरण होना अत्यंत आवश्यक है.