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कालीचरण सराफ का रघु शर्मा पर वार, कहा- संक्रमण रोकने के लिए ना तो इच्छा शक्ति है न ही कोई पुख्ता इंतजाम - जयपुर में कोरोना पॉजिटिव

जयपुर में मंगलवार को एक साथ 100 कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद बीजेपी विधायक कालीचरण सराफ ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर जुबानी हमला किया है. उन्होंने कहा कि संक्रमण रोकने के लिए चिकित्सा मंत्री की न तो इच्छाशक्ति है, न ही उनके पास कोई पुख्ता इंतजाम.

Kalicharan Saraf Target Raghu Sharma, BJP MLA Kalicharan Saraf
कालीचरण सराफ का रघु शर्मा पर वार
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Published : Jun 10, 2020, 8:49 PM IST

जयपुर. राजधानी में मंगलवार को हुए कोरोना विस्फोट और एक साथ आए 100 पॉजिटिव केस को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने इसका बड़ा कारण जांच रिपोर्ट आने में देरी को बताया है. साथ ही यह भी कहा है कि यदि ऐसे ही सिलसिला चलता रहा तो शहर में कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो सकता है. कहीं जयपुर भी न्यूयॉर्क ना बन जाए.

बुधवार को एक बयान जारी कर कालीचरण सराफ ने कहा कि पिछले कई दिनों से सैंपलिंग नहीं होने और रिपोर्ट पेंडिंग होने के बाद जब मंगलवार को रिपोर्ट आई तो जयपुर में 100 लोग एक साथ पॉजिटिव आए. जो सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़ा करता है. उनके अनुसार सुभाष चौक स्थित पानो का दरीबा में पहली संक्रमित महिला की रिपोर्ट 5 दिन बाद आने से उसके संपर्क में आए एक ही घर के 26 लोगों में संक्रमण फैलने से यह स्पष्ट हो गया है कि रिपोर्ट में देरी का परिणाम कितना भयानक हो सकता है.

पढ़ें- राजस्थान की सरकार जनता के साथ Gabbling कर रही है : सतीश पूनिया

कालीचरण सराफ ने कहा कि इनमें ज्वेलरी शॉप, दुकान, मंडी में बेलदारी, ऑटो चालक, रिक्शा चालक सहित छोटे-मोटे काम करने वाले लोग भी थे, जो 5 दिनों से लगातार अपने काम पर जा रहे थे. जहां ये अनेक लोगों से संपर्क में आए होंगे, जिनका पता लगाना भी नामुमकिन है. सराफ ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि चिकित्सा मंत्री सिर्फ ख्याली आंकड़ों से कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं. हकीकत में संक्रमण रोकने की ना तो उनकी इच्छा शक्ति है और ना ही उनके पास कोई पुख्ता इंतजाम.

कालीचरण सराफ के अनुसार शहर में डॉक्टर्स नर्सेज और अन्य चिकित्सा कर्मी लगातार संक्रमित हो रहे हैं. इनकी संख्या में लगातार वृद्धि होना चिंता का विषय है. यदि रिपोर्ट आने में 3 से 5 दिन लगते हैं तो कार्यस्थल पर इनके संपर्क में आने से बड़ी संख्या में लोगों में संक्रमण का खतरा हो सकता है. कालीचरण सराफ ने चिकित्सा मंत्री के प्रदेश में प्रतिदिन 25 हजार जांच की क्षमता विकसित करने और आगामी दिनों में 40 हजार प्रतिदिन कोरोना जांच का लक्ष्य प्राप्त होने वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है.

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उन्होंने कहा कि अधिक जांचों की क्षमता के साथ-साथ जांच की रिपोर्ट तुरंत और जल्दी मिले, इसकी भी पुख्ता व्यवस्था रघु शर्मा को करनी चाहिए. जिससे संक्रमण को ज्यादा फैलने से रोका जा सके. अन्यथा यदि रिपोर्ट आने में 5-5 दिन लगेंगे तो स्थिति बेकाबू हो जाएगी और जयपुर का हाल भी न्यूयार्क या उससे खतरनाक हो सकता है.

जयपुर. राजधानी में मंगलवार को हुए कोरोना विस्फोट और एक साथ आए 100 पॉजिटिव केस को लेकर भाजपा ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने इसका बड़ा कारण जांच रिपोर्ट आने में देरी को बताया है. साथ ही यह भी कहा है कि यदि ऐसे ही सिलसिला चलता रहा तो शहर में कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो सकता है. कहीं जयपुर भी न्यूयॉर्क ना बन जाए.

बुधवार को एक बयान जारी कर कालीचरण सराफ ने कहा कि पिछले कई दिनों से सैंपलिंग नहीं होने और रिपोर्ट पेंडिंग होने के बाद जब मंगलवार को रिपोर्ट आई तो जयपुर में 100 लोग एक साथ पॉजिटिव आए. जो सरकार की तैयारियों पर सवाल खड़ा करता है. उनके अनुसार सुभाष चौक स्थित पानो का दरीबा में पहली संक्रमित महिला की रिपोर्ट 5 दिन बाद आने से उसके संपर्क में आए एक ही घर के 26 लोगों में संक्रमण फैलने से यह स्पष्ट हो गया है कि रिपोर्ट में देरी का परिणाम कितना भयानक हो सकता है.

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कालीचरण सराफ ने कहा कि इनमें ज्वेलरी शॉप, दुकान, मंडी में बेलदारी, ऑटो चालक, रिक्शा चालक सहित छोटे-मोटे काम करने वाले लोग भी थे, जो 5 दिनों से लगातार अपने काम पर जा रहे थे. जहां ये अनेक लोगों से संपर्क में आए होंगे, जिनका पता लगाना भी नामुमकिन है. सराफ ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि चिकित्सा मंत्री सिर्फ ख्याली आंकड़ों से कोरोना की लड़ाई लड़ रहे हैं. हकीकत में संक्रमण रोकने की ना तो उनकी इच्छा शक्ति है और ना ही उनके पास कोई पुख्ता इंतजाम.

कालीचरण सराफ के अनुसार शहर में डॉक्टर्स नर्सेज और अन्य चिकित्सा कर्मी लगातार संक्रमित हो रहे हैं. इनकी संख्या में लगातार वृद्धि होना चिंता का विषय है. यदि रिपोर्ट आने में 3 से 5 दिन लगते हैं तो कार्यस्थल पर इनके संपर्क में आने से बड़ी संख्या में लोगों में संक्रमण का खतरा हो सकता है. कालीचरण सराफ ने चिकित्सा मंत्री के प्रदेश में प्रतिदिन 25 हजार जांच की क्षमता विकसित करने और आगामी दिनों में 40 हजार प्रतिदिन कोरोना जांच का लक्ष्य प्राप्त होने वाले बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है.

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उन्होंने कहा कि अधिक जांचों की क्षमता के साथ-साथ जांच की रिपोर्ट तुरंत और जल्दी मिले, इसकी भी पुख्ता व्यवस्था रघु शर्मा को करनी चाहिए. जिससे संक्रमण को ज्यादा फैलने से रोका जा सके. अन्यथा यदि रिपोर्ट आने में 5-5 दिन लगेंगे तो स्थिति बेकाबू हो जाएगी और जयपुर का हाल भी न्यूयार्क या उससे खतरनाक हो सकता है.

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