जयपुर. राजधानी जयपुर के नगर निगम ग्रेटर में महापौर पदों पर प्रत्याशी के लिए भाजपा में 4 नामों पर मंथन किया जा रहा था. जिसमें गुर्जर समाज से आने वाली पूर्व महापौर शील धाबाई और सौम्या गुर्जर का नाम था. वहीं, सैनी समाज से रश्मि सैनी और वैश्य और ओबीसी से आने वाली सुखप्रीत बंसल महापौर प्रत्याशी पद की दौड़ में थी. लेकिन, पार्टी ने गुरुवार को चुनाव चयन समिति की बैठक में चिंतन मनन करने के बाद सौम्या गुर्जर का नाम फाइनल कर दिया.
महापौर पद प्रत्याशी के लिए अपना नाम फाइनल होने के बाद सौम्या गुजर ने कहा कि जो विश्वास पार्टी और जयपुर शहर की जनता ने उनपर जताया है, वो उसपर खरा उतरेंगी. साथ ही जयपुर शहर को क्लीन और ग्रीन सिटी बनाएंगी.
बीजेपी ने गुर्जर नेता को फिर किया प्रमोट
भारतीय जनता पार्टी ने जयपुर महापौर पद पर इस बार गुर्जर कार्ड खेला है. पार्टी ने नगर निगम ग्रेटर में सौम्या गुर्जर को अपना प्रत्याशी बनाकर कहीं ना कहीं पार्टी के भीतर गुर्जर समाज को एक बार फिर प्रमोट करने का काम किया है. इससे पहले पूर्व विधायक अलका सिंह गुर्जर को भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय टीम में बतौर राष्ट्रीय मंत्री का पद दिया गया था.
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जानें कौन है सौम्या गुर्जर
जयपुर नगर निगम ग्रेटर से भाजपा महापौर पद की प्रत्याशी सौम्या गुर्जर पहले भी करौली जिला परिषद की सदस्य रह चुकी हैं. साथ ही उन्होंने राज्य महिला आयोग की सदस्य के रूप में भी काम किया है. राज्य महिला आयोग सदस्य रहते हुए सौम्या गुर्जर का दुष्कर्म पीड़िता के साथ सेल्फी लेने का प्रकरण काफी चर्चित हुआ था. इसी प्रकरण के बाद उन्हें राज्य महिला आयोग की सदस्य पद से इस्तीफा भी देना पड़ा था. इस बार भाजपा ने मानसरोवर से उन्हें पार्षद पद का टिकट दिया. जबकि, ये वार्ड सामान्य श्रेणी का था और सौम्या गुर्जर ओबीसी वर्ग से आती हैं. ऐसे में उसी दौरान इस बात के संकेत मिल गए थे कि भाजपा उन्हें बतौर महापौर फेस के रूप में प्रोजेक्ट करेगी और अब पार्टी ने यही निर्णय लिया है.