जयपुर. जयपुर जिला परिषद प्रमुख पद पर कांग्रेस से भाजपा में आई रमादेवी की जीत के बाद राजेंद्र राठौड़ ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि इसे कहते हैं जोर का झटका धीरे लगना. राठौड़ ने कहा इस चुनाव से कांग्रेस की अंतर्कलह एक बार फिर सतह पर आई है.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में कांग्रेस के कार्यकर्ता अपने आप को अपमानित महसूस कर रहे थे. जिस तरह पिछले ढाई साल के कार्यकाल में राजस्थान में गांव में 8 इंच भी विकास का कार्य नहीं हुआ, उसका इन जनप्रतिनिधियों को भी डर था. यही कारण रहा कि कांग्रेस छोड़कर अधिकतर जनप्रतिनिधि भाजपा में आ गए.
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राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि लोगों का भाजपा और केंद्र के मोदी सरकार की रीति-नीति में विश्वास बढ़ा है. यही कारण है कि जयपुर जिला परिषद में 2 सीट कम होने के बावजूद भाजपा ने यहां अपना जिला प्रमुख बनाया.
जिला प्रमुख मतदान में सत्ता का नंगा नाच हुआ...
राजेंद्र राठौड़ प्रतिपक्ष के उपनेता भी हैं और इन चुनाव में जयपुर का उन्हें प्रभारी भी बनाया गया था. राठौड़ के अनुसार जयपुर जिला प्रमुख के मतदान के दौरान सत्ता का नंगा नाच देखने को मिला. यहां सत्ता के प्रभाव में भाजपा के मतदाताओं को वोट डालने में बाधा उत्पन्न की गई. ऐसे में जिला परिषदों व पंचायत समितियों के चुनाव के साथ ही प्रमुख और प्रधान के चुनाव में भी कांग्रेस से सत्ता का दुरुपयोग किया.