जयपुर. वैश्विक महामारी कोरोना के संकट काल में भी राजस्थान में सियासी वायरस हावी हो रहा है. भाजपा के पूर्व विधायक मोहनलाल गुप्ता ने एक बयान जारी कर कांग्रेस विधायक अमीन कागजी पर जुबानी हमला बोला है. गुप्ता ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह किया है कि वह विधायक को होम क्वॉरेंटाइन करवा दें या उसे अपने स्तर पर घर पर ही बैठने का आदेश दें. जिससे वह बेवजह पुलिस प्रशासन पर दबाव नहीं बना पाए.
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मोहनलाल गुप्ता ने आरोप लगाया कि आज जयपुर शहर के जो हालात है, उसका सीधा कारण विधायक अमीन कागजी है क्योंकि कागजी के राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण पुलिस-प्रशासन व्यस्त इलाकों में भी सख्ती से कार्रवाई नहीं कर पा रहा है. गुप्ता ने इस दौरान पिछले दिनों नमक की मंडी में हुई घटना का उदाहरण भी दिया और कहा कि इसमें विधायक ने लॉकडाउन का नियम तोड़ा और लोगों को राशन के पैकेट दिलवाए, जिसमें काफी भीड़ भी हुई और पुलिस को भीड़ हटाने में मशक्कत करना पड़ी.
राशन वितरण में भेदभाव का आरोप
मोहनलाल गुप्ता की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में बड़ी संख्या में ऐसे लोगों के पास भी जारी कर दिए गए, जिन्हें कोई जरूरत ही नहीं है, जबकि जनप्रतिनिधियों, सूखा राशन वितरण कर रहे स्वयंसेवी संस्थाओं और तैयार भोजन के पैकेट तैयार करवा रहे कार्यकर्ताओं को बेवजह परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा जो राहत सामग्री और राशन पहुंचाया जा रहा है वो इतना अपर्याप्त है कि अगर आज 1 दिन भी दानदाता स्वयंसेवी संस्था और भामाशाह भोजन का वितरण बंद कर दे, तो हजारों लोगों के भूखे मरने की नौबत आ जाए. मोहनलाल गुप्ता ने प्रशासन से ऐसे तमाम लोगों के जो सेवा कार्यों में जुटे हैं. उन्हें तुरंत प्रभाव से पास जारी करने का आग्रह भी किया है.
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गुप्ता ने कहा किशनपोल विधानसभा क्षेत्र में विधायक और नगर निगम प्रशासन 24 हजार पैकेट बांटने का दावा कर रहे हैं लेकिन वर्तमान में 24 लोगों तक भी राशन के पैकेट नहीं पहुंचे है. उन्होंने कहा यदि 24 हजार लोगों को राशन बांटते हैं, तो विधायक और नगर निगम इन लोगों की सूची तुरंत प्रभाव से जारी करें.