जयपुर. हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में दलित युवक की पीट-पीटकर की गई हत्या (Pilibanga Dalit murder case) के मामले सियासी रूप ले लिया है. भाजपा ने इस मामले में 3 सदस्य जांच समिति का गठन किया है और समिति सदस्यों को मौके पर जाकर सभी पक्षों से बात कर अपनी रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया (Satish Poonia) के निर्देश पर बनाए गए इस जांच प्रतिनिधिमंडल में भाजपा विधायक व प्रदेश महामंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar), विधायक अभिनेश महर्षि और सुमित गोदारा को शामिल किया गया है. प्रतिनिधिमंडल में शामिल तीनों विधायक पीलीबंगा के प्रेमपुरा गांव पहुंचकर इस पूरे घटनाक्रम के संपूर्ण तथ्यों की निष्पक्ष जांच कर प्रदेश नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे.
यह भी पढ़ें. पीलीबंगा हत्याकांड: एडीजी क्राइम कर रहे केस की मॉनिटरिंग, जल्द पेश किया जाएगा कोर्ट में चालान
बता दें कि हाल ही में पीलीबंगा में एक दलित युवक को पीट-पीटकर मार दिया गया था और उसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. हालांकि. इस मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन इस प्रकरण पर सियासत जारी है.
अनुसूचित जाति मोर्चा की ओर से सोमवार शाम को बड़ी चौपड़ पर दलित की हत्या के विरोध में प्रदर्शन किया गया. अनुसूचित जाति मोर्चा जयपुर शहर की ओर से अध्यक्ष जितेंद्र लोदिया के नेतृत्व में मोर्चा के कार्यकर्ता बड़ी चौपड़ पहुंचे. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने को लेकर अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने गहलोत सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
यह भी पढ़ें. राजस्थान में दलित की हत्या पर तुरंत हुई कार्रवाई, लेकिन UP सरकार किसानों की हत्या के बाद भी निरंकुश : डोटासरा
इस दौरान अध्यक्ष जितेंद्र लोदिया ने कहा कि गहलोत सरकार के राज में आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है. कानून व्यवस्था पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है. इस राज्य में महिलाएं भी सुरक्षित नहीं है. आए दिन महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं लगातार बढ़ रही है. कांग्रेस राज में दलित भी सुरक्षित नही है, उन पर भी अत्याचार बढ़ रहे हैं और सूरतगढ़ में हुई दलित की हत्या इसका एक उदाहरण है.