जयपुर. आंदोलनरत किसानों के बारे में बयान देने वाली भाजपा सांसद जसकौर मीणा का रामलाल शर्मा ने बचाव किया है. बुधवार को मीडिया से बात करते हुए रामलाल शर्मा ने कहा कि सांसद जसकौर मीणा की भावनाएं गलत नहीं थीं. शर्मा के अनुसार जसकौर मीणा यह कहना चाहती थीं कि किसान आंदोलन के नाम पर जिस प्रकार के झंडों का इस्तेमाल कर रहे हैं और जिस प्रकार के नारे वहां लगाए जा रहे हैं, वो गलत है. शर्मा ने यह भी कहा कि किसानों के नाम पर कई लोग उस आंदोलन में घुस गए हैं, जबकि केंद्र की मोदी सरकार किसानों की हितैषी है. शर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों से लगातार वार्ता भी कर रही है, ताकि वार्ता के जरिए समस्या का समाधान हो.
भरत सिंह के ओम बिरला को लिखे पत्र पर साधी चुप्पी...
कांग्रेस विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने हाल ही में कोटा सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे गए पत्र के मामले में जब प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा से सवाल पूछा गया तो वे उसे टाल गए. शर्मा ने कहा कि मामला कोटा से जुड़ा है और किन सड़कों के शिलान्यास व लोकार्पण की बात हो रही है, वो इससे अनजान हैं. इस बारे में तो आदरणीय लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला जी जानकारी दे पाएंगे.
गौरतलब है कि भरत सिंह ने बिरला को पत्र लिखकर 17 जनवरी को कोटा के 6 विधानसभा क्षेत्रों की सड़कों का वर्चुअल तरीके से किए गए शिलान्यास पर सवाल उठाया और यह भी कहा था कि प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत यह समस्त सड़कें पूर्व में ही बनी हुई सड़कें हैं. केवल इसके डामरीकरण का कार्य किया गया था, जो कि एक सामान्य प्रक्रिया का भाग है, लेकिन आप द्वारा इसका शिलान्यास कर दिया गया. भरत सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि इस प्रकार की घटनाओं से प्रतीत होता है कि आजकल शिलान्यास करने की भूख इतनी बढ़ गई कि कल यदि किसी पुराने भवन जिसका रंग रोगन का कार्य होना है, उसका भी धूमधाम से उद्घाटन आप कर सकते हैं.