जयपुर. 24 जून को मदन लाल सैनी के निधन के बाद खाली हुआ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का पद अब जल्द ही भर सकता है. पार्टी के स्तर पर इसकी कवायद तेज कर दी गई है. माना जा रहा है कि अगले एक पखवाड़े के भीतर प्रदेश भाजपा को अपना नया प्रदेश अध्यक्ष भी मिल जाएगा.
प्रदेश भाजपा में पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री वी सतीश और प्रदेश संगठन महामंत्री चंद्रशेखर ने इस संबंध में अपना फीडबैक केंद्रीय नेतृत्व को दे दिया है. मतलब अब गेंद केंद्रीय नेतृत्व के पाले में है. हालांकि, भाजपा विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ का मानना है कि अगले 15 दिन में हमे नया प्रदेश अध्यक्ष संभवता मिल जाएगा. उनके अनुसार पार्टी नेतृत्व द्वारा इस पर मंथन चल रहा है.
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इन नेताओं के नाम पर चल रही कसरत
पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए यूं तो कई वरिष्ठ नेता कतार में है. लेकिन, इनमें सबसे ऊपर संघ पृष्ठभूमि से आने वाले भाजपा विधायक सतीश पूनिया और चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी का नाम प्रमुख है. लेकिन, बीजेपी विधायक दल के उप नेता राजेंद्र राठौड़ और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी भी इस पद के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं.
पार्टी को प्रदेश अध्यक्ष पद पर सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखकर ही निर्णय लेना है. इसी में अगला प्रदेश अध्यक्ष कौन होगा इसके फिलहाल कयास ही लगाए जा रहे हैं. क्योंकि इस पद के जो खुद दावेदार हैं वह भी इस मामले में कोई भी भविष्यवाणी करने से बच रहे हैं.
वसुंधरा राजे के निर्णय को लेकर चर्चा
पिछले दिनों कुछ प्रदेशों में नए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की जा चुकी है. लेकिन राजस्थान में खाली चल रहे इस पद पर अब तक किसी भी नेता के नाम का ऐलान नहीं हुआ.
उसके पीछे एक बड़ा कारण पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का विदेश दौरा भी है. संभवत राजस्थान भाजपा को लेकर होने वाले किसी भी फैसले में वसुंधरा राजे की राय काफी अहमियत रखती है.
लिहाजा राजे के राजस्थान आने पर ही इस काम को भी अंजाम दिया जाएगा. हालांकि यह बात और है कि इस बार पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद पर लिए जाने वाले निर्णय में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की कितनी चल पाती है यह देखने वाली बात होगी.