जयपुर. प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण के दौरान भाजपा भी नहीं चाहती कि प्रदेश में नवसृजित 6 नगर निगम में 30 अक्टूबर तक चुनाव हों. भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा का बयान इसी ओर इशारा करता है. शर्मा के अनुसार पंचायती राज चुनाव भी सरकार ने करवाए, लेकिन उसमें खुलकर सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना हुई. उसके परिणाम 4 से 5 दिन बाद ही पता चलेंगे कि इससे ग्रामीण इलाकों में कितना संक्रमण फैलेगा.
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए शर्मा से जब हाई कोर्ट द्वारा राज्य सरकार के प्रार्थना पत्र को खारिज करने से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पंचायत राज चुनाव के मतदान के दौरान जिस प्रकार की तस्वीरें सामने आई, उसके बाद तो नहीं लगता कि प्रदेश सरकार मौजूदा महामारी के दौर में इसके लिए तैयार होगी. शर्मा के अनुसार ग्रामीण इलाकों में हुए मतदान के दौरान जिस प्रकार मतदाताओं की कतारें देखी गईं और सोशल डिस्टेंसिंग की भावना हुई उसके परिणाम चार-पांच दिन में सामने आ जाएंगे.
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गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने हाईकोर्ट में 6 नवसृजित नगर निगम में आगामी 31 मार्च तक चुनाव करवाने की छूट मांगी थी, जिसे खारिज कर दिया गया. वहीं, आयोग ने भी 15 नवंबर तक चुनाव कराने की छूट मांगी थी, लेकिन वो नहीं मिल पाई. अब सरकार को 31 अक्टूबर तक यह चुनाव कराने हैं. इनमें जयपुर, जोधपुर और कोटा के नगर निगम में चुनाव होने हैं.