जयपुर. विधानसभा में रीट परीक्षा मामले में चर्चा की दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के पिछली भाजपा सरकार में रीट पेपर लीक होने का आरोप लगाया गया था, जिसे देवनानी ने (vasudev devnani targets congress) तथ्यहीन और झूठा करार दिया है.
देवनानी ने कहा कि भाजपा सरकार में पेपर आउट होना संभव ही नहीं, क्योंकि तब जिला ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी के रूप में सरकारी अधिकारियों को सौंपी जबकि कांग्रेस की ओर से रीट परीक्षा 2021 में यह जिम्मेदारी गैर सरकारी लोगों को जानबूझकर दी. जिन्होंने बड़े मगरमच्छों की सह पर पेपर आउट करने के कार्य को अंजाम दिया और प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ धोखा किया.
देवनानी ने कहा कि उस समय पर पेपर वास्तव में ही आउट होते तो कांग्रेस की ओर से विपक्ष के नाते यह मुद्दा उठाया जाना चाहिए था, लेकिन असत्य होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सकी. देवनानी ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस का यह आरोप इसलिए भी खारिज (Devnani Told Congress Statement False) योग्य है कि उस समय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सेक्रेटरी मेघना चौधरी थीं और इसी कांग्रेस ने इसी RAS मेघना चौधरी को पुनः बोर्ड सचिव के पद पर लगाया है.
इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड तब भी आयोजक था, अगर तब पेपर आउट हुआ था तो कांग्रेस की ओर से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को उसी रीट परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी सौंपना निश्चित ही मंथन का विषय है. इन प्रश्नों का उत्तर निश्चित ही कांग्रेस सरकार को देना चाहिए. अगर नहीं दे सके तो भाजपा पर आरोप लगाना और गंदी राजनीति करना छोड़ दें, नहीं तो यह जनता समय रहते कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने का मन बना चुकी है.