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Devnani on Congress Claim : पिछली भाजपा सरकार में साल 2016-18 में रीट पेपर आउट होने का कांग्रेस का दावा झूठा

भाजपा विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने पिछली भाजपा सरकार के दौरान (Devnani on Congress Claim) वर्ष 2016-18 में रीट पेपर आउट होने के कांग्रेस के आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है. देवनानी ने कहा कि कांग्रेस और उसके दावे दोनों ही झूठे हैं. अगर सत्य होते तो साल 2016 व 18 में कांग्रेस कहां चली गई थी, जिसकी ओर से यह मुद्दा नहीं उठाया गया.

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Published : Feb 14, 2022, 10:42 PM IST

Devnani on Congress Claim
देवनानी ने कांग्रेस पर साधा निशाना...

जयपुर. विधानसभा में रीट परीक्षा मामले में चर्चा की दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के पिछली भाजपा सरकार में रीट पेपर लीक होने का आरोप लगाया गया था, जिसे देवनानी ने (vasudev devnani targets congress) तथ्यहीन और झूठा करार दिया है.

देवनानी ने कहा कि भाजपा सरकार में पेपर आउट होना संभव ही नहीं, क्योंकि तब जिला ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी के रूप में सरकारी अधिकारियों को सौंपी जबकि कांग्रेस की ओर से रीट परीक्षा 2021 में यह जिम्मेदारी गैर सरकारी लोगों को जानबूझकर दी. जिन्होंने बड़े मगरमच्छों की सह पर पेपर आउट करने के कार्य को अंजाम दिया और प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ धोखा किया.

पढ़ें : REET Paper Leak Case: विपक्ष के कुतर्क और पुअर डिफेंस पर भाजपा ने किया बायकॉट, अब सड़क पर उतरकर करेंगे सीबीआई जांच की मांग- सतीश पूनिया

देवनानी ने कहा कि उस समय पर पेपर वास्तव में ही आउट होते तो कांग्रेस की ओर से विपक्ष के नाते यह मुद्दा उठाया जाना चाहिए था, लेकिन असत्य होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सकी. देवनानी ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस का यह आरोप इसलिए भी खारिज (Devnani Told Congress Statement False) योग्य है कि उस समय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सेक्रेटरी मेघना चौधरी थीं और इसी कांग्रेस ने इसी RAS मेघना चौधरी को पुनः बोर्ड सचिव के पद पर लगाया है.

इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड तब भी आयोजक था, अगर तब पेपर आउट हुआ था तो कांग्रेस की ओर से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को उसी रीट परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी सौंपना निश्चित ही मंथन का विषय है. इन प्रश्नों का उत्तर निश्चित ही कांग्रेस सरकार को देना चाहिए. अगर नहीं दे सके तो भाजपा पर आरोप लगाना और गंदी राजनीति करना छोड़ दें, नहीं तो यह जनता समय रहते कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने का मन बना चुकी है.

जयपुर. विधानसभा में रीट परीक्षा मामले में चर्चा की दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला के पिछली भाजपा सरकार में रीट पेपर लीक होने का आरोप लगाया गया था, जिसे देवनानी ने (vasudev devnani targets congress) तथ्यहीन और झूठा करार दिया है.

देवनानी ने कहा कि भाजपा सरकार में पेपर आउट होना संभव ही नहीं, क्योंकि तब जिला ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी के रूप में सरकारी अधिकारियों को सौंपी जबकि कांग्रेस की ओर से रीट परीक्षा 2021 में यह जिम्मेदारी गैर सरकारी लोगों को जानबूझकर दी. जिन्होंने बड़े मगरमच्छों की सह पर पेपर आउट करने के कार्य को अंजाम दिया और प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य के साथ धोखा किया.

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देवनानी ने कहा कि उस समय पर पेपर वास्तव में ही आउट होते तो कांग्रेस की ओर से विपक्ष के नाते यह मुद्दा उठाया जाना चाहिए था, लेकिन असत्य होने के कारण वह ऐसा नहीं कर सकी. देवनानी ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस का यह आरोप इसलिए भी खारिज (Devnani Told Congress Statement False) योग्य है कि उस समय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के सेक्रेटरी मेघना चौधरी थीं और इसी कांग्रेस ने इसी RAS मेघना चौधरी को पुनः बोर्ड सचिव के पद पर लगाया है.

इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड तब भी आयोजक था, अगर तब पेपर आउट हुआ था तो कांग्रेस की ओर से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को उसी रीट परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी सौंपना निश्चित ही मंथन का विषय है. इन प्रश्नों का उत्तर निश्चित ही कांग्रेस सरकार को देना चाहिए. अगर नहीं दे सके तो भाजपा पर आरोप लगाना और गंदी राजनीति करना छोड़ दें, नहीं तो यह जनता समय रहते कांग्रेस सरकार को सबक सिखाने का मन बना चुकी है.

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