जयपुर. 6 जुलाई से शुरू होने वाले भाजपा के सदस्यता अभियान महेश्वर नए सदस्य बनाने में फर्जीवाड़ा ना हो इसका पूरा ख्याल रखा गया है बावजूद इसके एक ऐसी चूक फिर हो गई जिससे सदस्यता अभियान के दौरान बने नए सदस्यों की आंकड़ों पर भविष्य में सवाल उठ सकता है.
विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दम का दम भरने वाली भाजपा 6 जुलाई से एक बार फिर अभियान चलाकर नए सदस्यों को पार्टी से जोड़ने वाली है. इस बार भी नए सदस्य मोबाइल पर मिस कॉल देकर और फॉर्म भरवा कर बनाए जाएंगे. हालांकि इस बार मोबाइल पर मिस कॉल देने पर एक ओटीपी नंबर आएगा, साथ ही एक लिंक भी मैसेज में आएगा जिसमें पार्टी आपसे 4 अहम जानकारियां मांगी जाएंगी.
यह जानकारी बकायदा ऑनलाइन आवेदन में भरकर आपको सम्मिट कराना होगा, जिसके बाद ही कोई भी पार्टी के सदस्य बन पाएगा. पिछली बार चले सदस्यता अभियान में पार्टी नहीं यह प्रावधान नहीं किया था जिसका खामियाजा भी बीजेपी को उठाना पड़ा था. अकेले राजस्थान में ही करीब 30 लाख नए सदस्य वेरीफिकेशन के दौरान मिसिंग पाए गए थे.
सदस्यता अभियान के राष्ट्रीय सह संयोजक अरुण चतुर्वेदी के अनुसार इस बार पुरानी खामी को दूर कर लिया गया है. चतुर्वेदी सदस्यता अभियान की पूर्व में रही खामी को दूर करने के बाद तो कहते हैं लेकिन इस बार अभियान में जो बड़ी चूक कर दी गई है उसे वह गंभीर नहीं मानते.
दरअसल कुछ ही दिनों बाद शुरू होने वाले सदस्यता अभियान में इस बार एक ही मोबाइल नंबर से चार सदस्यों को भाजपा से जोड़ा जा सकता है. मतलब एक परिवार में यदि एक मोबाइल नंबर है तो जिसके पास वो मोबाइल है, वह अपने परिवार के तीन सदस्यों को भाजपा का नया सदस्य बना सकता है. अब यह बात अलग है कि उस परिवार के बाकी सदस्य भाजपा से जुड़ना चाहते हैं या नहीं यह सब इस प्रोसेस में मायने नहीं रखता क्योंकि मोबाइल जिसके पास है वह बचे हुए 3 सदस्यों को भी भाजपा से जोड़ने की शक्ति रखता है.
यही बात जब चतुर्वेदी से पूछी गई तो उन्होंने कहां की इस तरह का अपवाद गिने चुने परिवारों में ही मिलते है क्योंकि अमूमन किसी भी पार्टी के प्रति परिवार के सब सदस्य गिरा है एक समान ही होती है और उसी आधार पर एक मोबाइल नंबर से ही परिवार के चार सदस्यों को जोड़ने का विकल्प रखा गया है.