जयपुर. राजस्थान में कांग्रेस सत्ता में है और विपक्ष में भाजपा. राज्य सरकार ने केंद्र (central government) पर यह आरोप लगाया कि उसने राजस्थान को समय पर समुचित वैक्सीन डोज (vaccine dose) उपलब्ध नहीं कराई. उधर, राज्य के भाजपा विधायक (BJP leader) आरोप लगाते हैं कि गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Govt ) ने कांग्रेस विधायकों (congress MLA) के कहने पर ही वैक्सीनेशन कैंप लगाए हैं.
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने ये बयान पूरे राजस्थान के लिए दिया. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर के भाजपा विधायकों की यही शिकायत है कि उनके क्षेत्र के साथ भेदभाव किया जा रहा है. शर्मा के इस आरोप पर प्रदेश कांग्रेस की पूर्व उपाध्यक्ष डॉ.अर्चना शर्मा (Archana Sharma) ने पलटवार किया है. अर्चना शर्मा ने मीडिया में प्रकाशित वैक्सीनेशन कैंप की खबरों का हवाला देते हुए कहा कि भाजपा विधायक और नेता अपने क्षेत्रों में वैक्सीनेशन कैंप (vaccination camp) की फोटो और प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हैं.
अर्चना शर्मा के अनुसार भाजपा नेताओं की मांग पर भी ये कैंप लग रहे हैं. फिर भी भाजपा नेता आरोप लगा रहे हैं. जबकि होना यह चाहिए कि वे अपनी केंद्र सरकार से राजस्थान को ज्यादा से ज्यादा वैक्सीन उपलब्ध कराने की मांग करें. ताकि जनता को समय पर वैक्सीन के दोनों डोज लग सकें.
दरअसल केंद्र से समुचित मात्रा में वैक्सीन नहीं मिलने के कारण राजस्थान में अब टोकन सिस्टम से वैक्सीनेशन कैंप (vaccination camp) लगाए जा रहे हैं. मतलब कोई भी संस्था या जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र में कैंप लगवाने के लिए डिमांड करता है तो उसे यह सुविधा दे दी जाती है. यह सिस्टम जब शुरू हुआ तो अधिकतर कांग्रेस जनप्रतिनिधियों के इलाकों में ही ये कैंप लगे.
लेकिन इस बीच भाजपा के जनप्रतिनिधि भी सियासी ताकत दिखाते रहे और उनके क्षेत्रों में भी ये कैंप लगे. खासतौर पर जयपुर के मालवीय नगर विधानसभा क्षेत्र में, जहां से पूर्व चिकित्सा मंत्री और भाजपा विधायक कालीचरण सराफ (Kalicharan Saraf) आते हैं. वहां लगभग सभी वार्डों में कई बार वैक्सीनेशन कैंप लग चुके हैं.
यही कारण है कि जब जयपुर में ही अन्य भाजपा नेता वैक्सीनेशन कैंप (vaccination camp) में भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं तो कांग्रेस नेता क्षेत्रों का उदाहरण देकर उसका प्रतिकार भी कर रहे हैं.