जयपुर. राजस्थान इंटेलिजेंस की राज्य विशेष शाखा की ओर से पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार सेना के जवान प्रदीप कुमार को मंगलवार को सीएमएम प्रथम जयपुर मेट्रो कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे 7 जून तक जेल कस्टडी में भेज दिया (Army Jawan sent to jail custody) गया.
प्रदीप से हुई पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं जिसके आधार पर राज्य विशेष शाखा ने अपने अनुसंधान को आगे बढ़ाया है. प्रदीप जिस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट के संपर्क में आया, उसने ना केवल प्रदीप को बल्कि उसके साथ कुछ अन्य सेना के जवानों को भी हनी ट्रैप का शिकार बनाने का प्रयास किया. हालांकि सेना के अन्य जवान महिला एजेंट के झांसे में नहीं आए, लेकिन उनकी गलती यह रही कि उन्होंने उस महिला एजेंट के बारे में अपने आला अधिकारियों को सूचना नहीं दी.
पेपर ड्राफ्टिंग के बहाने मंगवाए महत्वपूर्ण दस्तावेज: राज्य विशेष शाखा की जांच में यह तथ्य सामने आए हैं कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट ने प्रदीप से सेना से संबंधित बड़ी संख्या में सामरिक महत्व के दस्तावेज पेपर ड्राफ्टिंग के बहाने मंगवाए. महिला एजेंट ने प्रदीप को खुद को बेंगलुरु में मिलिट्री नर्सिंग सर्विसेज में पदस्थापित बताया और ऑफिस में पेपर ड्राफ्टिंग का काम मिलने व पेपर ड्राफ्टिंग का काम नहीं जानने की बात कहते हुए व्हाट्सएप पर अपनी यूनिट के पेपर भेजने के लिए कहा. जिस पर प्रदीप ने अपनी यूनिट के अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट को भेज दिए.
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वीडियो कॉल कर लाइव दिखाता सेना की गतिविधियां: जांच में यह तथ्य भी सामने आए हैं कि प्रदीप अपनी रेजीमेंट की विभिन्न सैन्य गतिविधियों को वीडियो कॉल के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी की महिला एजेंट को लाइव दिखाया करता. वहीं महिला एजेंट द्वारा की जाने वाली वॉइस कॉल केवल एक तरफा रहती. यानी कि महिला एजेंट के द्वारा ही प्रदीप को वॉइस कॉल की जाती. जबकि प्रदीप अगर महिला एजेंट को वॉइस कॉल लगाने का प्रयास करता है तो कॉल नहीं मिलती. इसके साथ ही सेना के कई फायरिंग रेंज में मिसाइल व अन्य हथियारों के परीक्षण के लाइव वीडियो भी प्रदीप द्वारा महिला एजेंट को भेजा जाना पाया गया है.