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Congress Political Fencing: राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की बाड़ेबंदी, विधायकों को बस से उदयपुर किया रवाना - कांग्रेस का चिंतन शिविर

राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त या तोड़फोड़ (Battle For Rajyasabha Poll 2022) से बचने के लिए कांग्रेस ने विधायकों की बाड़ेबंदी कर दी है. कांग्रेस ने विधायकों को गुरुवार शाम को सीएमआर से उदयपुर के लिए बसों के जरिए रवाना कर दिया है. बस में मंत्री टीकाराम जूली और मंत्री हेमाराम चौधरी भी मौजूद हैं. साथ ही पायलट कैंप के विधायक भी बस में मौजूद हैं.

Battle For Rajyasabha Poll 2022
कांग्रेस की बाड़ेबंदी पार्ट 3
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Published : Jun 2, 2022, 11:55 AM IST

Updated : Jun 2, 2022, 9:17 PM IST

जयपुर. राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त या तोड़फोड़ से बचने के लिए (Battle For Rajyasabha Poll 2022) कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों को उदयपुर शिफ्ट कर दिया है. कांग्रेस पार्टी के विधायकों को गुरुवार को सीएमआर से बस में बैठा कर उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया. हालांकि जो विधायक अपने वाहन से उदयपुर जाना चाह रहे थे, उन्हें भी इस बात की इजाजत दे दी गई कि वह अपने वाहन से जा सकें. लेकिन ज्यादातर विधायक बस में ही सवार होकर उदयपुर जा रहे हैं.

उदयपुर जाने से पहले विधायक बस में बैठने के बाद विक्ट्री साइन दिखाते हुए उदयपुर के लिए रवाना हुए. हालांकि मंत्रियों को अपनी (Rajasthan Congress Political Fencing) गाड़ियों से उदयपुर जाने को कहा गया था, लेकिन मंत्री टीकाराम जूली और मंत्री हेमाराम चौधरी बस में ही उदयपुर के लिए रवाना हुए. इस बस में कांग्रेस पार्टी और कुछ निर्दलीय विधायक जरूर बैठे थे, लेकिन बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए या फिर बीटीपी और माकपा के विधायक बस में मौजूद नहीं थे. माना जा रहा है कि सभी निर्दलीय विधायकों को एक साथ ले जाया जाएगा. वहीं बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक 2 दिन बाद ही उदयपुर पहुंचेंगे. जानकारी के मुताबिक इन सभी विधायकों को उदयपुर के अरावली रिसोर्ट में रुकवाया जाएगा.

राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की बाडाबंदी.

इससे पहले दिन में कांग्रेस, निर्दलीय और समर्थित दलों के विधायकों को कांग्रेस कार्यशाला के समापन के बाद लगेज और जरूरी सामान के साथ मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया. सीएमआर से ही विधायकों को बस के जरिए उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया. बता दें कि पिछले राज्यसभा चुनाव के बाद 2020 में भी राजनैतिक बाड़ेबंदी हुई थी. राजनीतिक उठापटक के बीच 34 दिन राजस्थान कांग्रेस के विधायकों को बाड़ेबंदी में रखा गया था.

पढ़ें. राज्यसभा चुनाव के बीच बाड़ेबंदीः हरियाणा कांग्रेस के 30 विधायकों को किया जा सकता है जयपुर शिफ्ट...राजस्थान के विधायक जाएंगे उदयपुर!

पहले ही पहुंचे 3 निर्दलीय विधायक ,बीटीपी पर संशय बरकरार: जब से राज्यसभा में बाड़ेबंदी की बात शुरू हुई है तब से कहा जा रहा है कि 3 निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह, सुरेश टांक और ओमप्रकाश हुड़ला अभी भी संदेह के घेरे में हैं. ये वही हैं जो 2020 में राजनीतिक उठापटक के समय राजस्थान छोड़कर चले गए थे. इनमें से दो विधायक खुशवीर सिंह और सुरेश टांक को निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर अपने साथ लेकर उदयपुर पहुंच चुके हैं. इस काम में पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर भी बाबूलाल नागर के साथ रहे. अब सवाल उठता है कि बाकी के निर्दलीय विधायक क्या करेंगे? सबकी नजर रमिला खड़िया और ओम प्रकाश हुड़ला पर है कि वो बाड़ेबंदी में जाएंगे या नहीं?

मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा समेत 4 विधायक भी नाराज: बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायकों में से चार विधायक भी नाराज बताए जा रहे हैं. इनमें मंत्री बनाए गए राजेंद्र गुढ़ा भी शामिल हैं. बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक वाजिब अली, संदीप यादव ,लाखन मीणा और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अब तक कांग्रेस के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं. हालांकि दीपचंद खेरिया बुधवार (1 जून 2022) को कांग्रेस की कार्यशाला में मौजूद थे और जोगिंदर अवाना सरकार के समर्थन की बात कह रहे हैं. लेकिन बाकी चार विधायक न तो मीडिया के सामने आ रहे हैं न ही कांग्रेस के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. यही हालात बीटीपी के विधायकों का भी है जो अब तक कांग्रेस को समर्थन देने की बात नहीं कह रहे हैं. इसी तरह से कांग्रेस के भी कई विधायकों ने उदयपुर जाने से इनकार कर दिया है, इनमें से कई विधायकों ने अपनी खराब सेहत का हवाला दिया है.

जयपुर. राज्यसभा चुनाव में विधायकों की खरीद-फरोख्त या तोड़फोड़ से बचने के लिए (Battle For Rajyasabha Poll 2022) कांग्रेस पार्टी ने अपने विधायकों को उदयपुर शिफ्ट कर दिया है. कांग्रेस पार्टी के विधायकों को गुरुवार को सीएमआर से बस में बैठा कर उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया. हालांकि जो विधायक अपने वाहन से उदयपुर जाना चाह रहे थे, उन्हें भी इस बात की इजाजत दे दी गई कि वह अपने वाहन से जा सकें. लेकिन ज्यादातर विधायक बस में ही सवार होकर उदयपुर जा रहे हैं.

उदयपुर जाने से पहले विधायक बस में बैठने के बाद विक्ट्री साइन दिखाते हुए उदयपुर के लिए रवाना हुए. हालांकि मंत्रियों को अपनी (Rajasthan Congress Political Fencing) गाड़ियों से उदयपुर जाने को कहा गया था, लेकिन मंत्री टीकाराम जूली और मंत्री हेमाराम चौधरी बस में ही उदयपुर के लिए रवाना हुए. इस बस में कांग्रेस पार्टी और कुछ निर्दलीय विधायक जरूर बैठे थे, लेकिन बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए या फिर बीटीपी और माकपा के विधायक बस में मौजूद नहीं थे. माना जा रहा है कि सभी निर्दलीय विधायकों को एक साथ ले जाया जाएगा. वहीं बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक 2 दिन बाद ही उदयपुर पहुंचेंगे. जानकारी के मुताबिक इन सभी विधायकों को उदयपुर के अरावली रिसोर्ट में रुकवाया जाएगा.

राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की बाडाबंदी.

इससे पहले दिन में कांग्रेस, निर्दलीय और समर्थित दलों के विधायकों को कांग्रेस कार्यशाला के समापन के बाद लगेज और जरूरी सामान के साथ मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया. सीएमआर से ही विधायकों को बस के जरिए उदयपुर के लिए रवाना कर दिया गया. बता दें कि पिछले राज्यसभा चुनाव के बाद 2020 में भी राजनैतिक बाड़ेबंदी हुई थी. राजनीतिक उठापटक के बीच 34 दिन राजस्थान कांग्रेस के विधायकों को बाड़ेबंदी में रखा गया था.

पढ़ें. राज्यसभा चुनाव के बीच बाड़ेबंदीः हरियाणा कांग्रेस के 30 विधायकों को किया जा सकता है जयपुर शिफ्ट...राजस्थान के विधायक जाएंगे उदयपुर!

पहले ही पहुंचे 3 निर्दलीय विधायक ,बीटीपी पर संशय बरकरार: जब से राज्यसभा में बाड़ेबंदी की बात शुरू हुई है तब से कहा जा रहा है कि 3 निर्दलीय विधायक खुशवीर सिंह, सुरेश टांक और ओमप्रकाश हुड़ला अभी भी संदेह के घेरे में हैं. ये वही हैं जो 2020 में राजनीतिक उठापटक के समय राजस्थान छोड़कर चले गए थे. इनमें से दो विधायक खुशवीर सिंह और सुरेश टांक को निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर अपने साथ लेकर उदयपुर पहुंच चुके हैं. इस काम में पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौर भी बाबूलाल नागर के साथ रहे. अब सवाल उठता है कि बाकी के निर्दलीय विधायक क्या करेंगे? सबकी नजर रमिला खड़िया और ओम प्रकाश हुड़ला पर है कि वो बाड़ेबंदी में जाएंगे या नहीं?

मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा समेत 4 विधायक भी नाराज: बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए 6 विधायकों में से चार विधायक भी नाराज बताए जा रहे हैं. इनमें मंत्री बनाए गए राजेंद्र गुढ़ा भी शामिल हैं. बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक वाजिब अली, संदीप यादव ,लाखन मीणा और मंत्री राजेंद्र गुढ़ा अब तक कांग्रेस के कार्यक्रमों से दूरी बनाए हुए हैं. हालांकि दीपचंद खेरिया बुधवार (1 जून 2022) को कांग्रेस की कार्यशाला में मौजूद थे और जोगिंदर अवाना सरकार के समर्थन की बात कह रहे हैं. लेकिन बाकी चार विधायक न तो मीडिया के सामने आ रहे हैं न ही कांग्रेस के कार्यक्रमों में शामिल हो रहे हैं. यही हालात बीटीपी के विधायकों का भी है जो अब तक कांग्रेस को समर्थन देने की बात नहीं कह रहे हैं. इसी तरह से कांग्रेस के भी कई विधायकों ने उदयपुर जाने से इनकार कर दिया है, इनमें से कई विधायकों ने अपनी खराब सेहत का हवाला दिया है.

Last Updated : Jun 2, 2022, 9:17 PM IST
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