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विधानसभा का अपशकुन : भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद विधायकों की संख्या फिर हुई 199, 21 साल में 15 का निधन

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Published : Oct 9, 2022, 5:28 PM IST

कांग्रेस से 7 बार विधायक रहे भंवर लाल शर्मा का निधन हो गया है. विधायक भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद एक बार फिर विधानसभा के अपशकुन को लेकर चर्चा तेज हो गई है. फिर से यह चर्चा शुरू हो गई है कि विधानसभा में अपशकुन के चलते एक साथ 200 विधायक नहीं बैठते हैं.

Bad Luck of Rajasthan Assembly
विधानसभा का अपशकुन

जयपुर. कांग्रेस के सात बार के विधायक रहे पंडित भंवर लाल शर्मा का रविवार को निधन हो गया. पंडित भंवर लाल शर्मा के निधन के साथ ही (MLA Bhanwar Lal Sharma Passed Away) एक बार फिर राजस्थान विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 199 रह गई है. विधायक भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद एक बार फिर राजस्थान विधानसभा से जुड़े अपशकुन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.

राजस्थान विधानसभा को लेकर यह चर्चा आम है कि इस विधानसभा में ऐसा अपशकुन है कि यहां एक साथ 200 विधायक नहीं बैठते हैं. हालात यह है कि 2001 में जब से राजस्थान विधानसभा (Bad Luck of Rajasthan Assembly) अपने वर्तमान भवन में शिफ्ट हुई, तब से अब तक 20 साल में विधायक रहते 15 विधायकों का निधन हुआ है.

पढ़ें : नहीं रहा राजस्थान की राजनीति का 'चाणक्य'...3 बार सरकार गिराने-बचाने में शामिल रहने वाला एकमात्र नेता

वर्तमान 15 वीं विधानसभा में हुआ सर्वाधिक 6 विधायकों का निधन : राजस्थान विधानसभा में विधायकों के निधन का सिलसिला वर्तमान भवन में 2001 में नई विधानसभा में शिफ्टिंग के 1 साल बाद फरवरी 2002 में ही शुरू हो गया था. जब अजमेर पश्चिम से विधायक किशन मोटवानी का फरवरी 2002 में निधन हुआ. उसके बाद से अब तक राजस्थान विधानसभा के 15 विधायक ऐसे रहे, जिनका निधन विधायक रहते हुए हुआ. हालांकि, साल 2007 से साल 2017 तक इस सिलसिले पर ब्रेक लगा, लेकिन साल 2007 से जब विधायकों के निधन का सिलसिला शुरू हुआ तो उसके बाद 5 साल में ही 9 विधायकों का निधन हो चुका है. इनमें भी सर्वाधिक छह विधायकों का निधन वर्तमान 15वीं विधानसभा के दौरान हुआ है.

पढ़ें : शक्तावत के निधन के बाद 3 नहीं 4 विधानसभा सीटों पर होंगे उपचुनाव...विधानसभा का अपशकुन बरकरार

पिछले 20 साल में इन विधायकों का हुआ निधन :

  • अजमेर पश्चिम विधायक किशन मोटवानी का निधन फरवरी 2002 में हुआ.
  • दिसंबर 2002 में बानसूर विधायक जगत सिंह दायमा का निधन.
  • सागवाड़ा विधायक भीखा भाई का 2002 में निधन.
  • जनवरी 2005 में लूणी विधायक रामसिंह विश्नोई का निधन.
  • मई 2006 में डीग विधायक अरुण सिंह की मृत्यु.
  • दिसंबर 2006 में डूंगरपुर विधायक नाथूराम अहारी का निधन.
  • सितंबर 2017 में भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी का स्वाइन फ्लू से निधन.
  • 21 फरवरी 2018 को नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह का निधन.
  • 19 अप्रैल 2018 को भाजपा विधायक धर्मपाल चौधरी का निधन.
  • 7 अक्टूबर 2020 कांग्रेस के सहाड़ा से विधायक कैलाश चंद त्रिवेदी का निधन.
  • 17 नवम्बर 2020 को मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल का निधन.
  • 30 नवम्बर 2020 भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी का निधन.
  • 20 जनवरी 2021 को कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का निधन.
  • 19 मई 2021 को भाजपा के धरियावद विधायक गौतम लाल मीणा का निधन.
  • 09 अक्टूबर कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन.

विधायको के जेल जाने, सांसद बनने से भी संख्या हुई कम : ऐसा नहीं है कि राजस्थान में विधायकों की संख्या 200 से कम केवल विधायकों के निधन के चलते ही हुई है, बल्कि विधायकों के निधन के साथ ही विधायकों के जेल चले जाने या फिर विधायकों के सांसद चुने जाने पर भी यह संख्या 200 से कम हुई है.

ये गए विधायक रहते जेल :

  • 2011 में गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री महिपाल मदेरणा और विधायक मलखान सिंह को जेल जाना पड़ा. वह पूरी विधानसभा सत्र में जेल में ही रहे.
  • 2013 में मंत्री बाबूलाल नागर जेल गए.
  • 2017 में बीएल कुशवाह को जेल जाना पड़ा. विधायक की सदस्यता समाप्त हुई.

ये विधायक बने सांसद :

  • 2013 में विधानसभा चुनाव में विधायक बने वर्तमान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, संतोष अहलावत, बहादुर सिंह कोली ओर सांवरलाल जाट ने 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने. इसके चलते भी राजस्थान विधानसभा में विधायकों की संख्या कम रही और उपचुनाव हुए.
  • 2018 में नागौर के खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल के नागौर सांसद बने और मंडावा से विधायक नरेंद्र कुमार के सांसद बनने पर भी उप चुनाव हुए थे.

जयपुर. कांग्रेस के सात बार के विधायक रहे पंडित भंवर लाल शर्मा का रविवार को निधन हो गया. पंडित भंवर लाल शर्मा के निधन के साथ ही (MLA Bhanwar Lal Sharma Passed Away) एक बार फिर राजस्थान विधानसभा में सदस्यों की संख्या घटकर 199 रह गई है. विधायक भंवर लाल शर्मा के निधन के बाद एक बार फिर राजस्थान विधानसभा से जुड़े अपशकुन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं.

राजस्थान विधानसभा को लेकर यह चर्चा आम है कि इस विधानसभा में ऐसा अपशकुन है कि यहां एक साथ 200 विधायक नहीं बैठते हैं. हालात यह है कि 2001 में जब से राजस्थान विधानसभा (Bad Luck of Rajasthan Assembly) अपने वर्तमान भवन में शिफ्ट हुई, तब से अब तक 20 साल में विधायक रहते 15 विधायकों का निधन हुआ है.

पढ़ें : नहीं रहा राजस्थान की राजनीति का 'चाणक्य'...3 बार सरकार गिराने-बचाने में शामिल रहने वाला एकमात्र नेता

वर्तमान 15 वीं विधानसभा में हुआ सर्वाधिक 6 विधायकों का निधन : राजस्थान विधानसभा में विधायकों के निधन का सिलसिला वर्तमान भवन में 2001 में नई विधानसभा में शिफ्टिंग के 1 साल बाद फरवरी 2002 में ही शुरू हो गया था. जब अजमेर पश्चिम से विधायक किशन मोटवानी का फरवरी 2002 में निधन हुआ. उसके बाद से अब तक राजस्थान विधानसभा के 15 विधायक ऐसे रहे, जिनका निधन विधायक रहते हुए हुआ. हालांकि, साल 2007 से साल 2017 तक इस सिलसिले पर ब्रेक लगा, लेकिन साल 2007 से जब विधायकों के निधन का सिलसिला शुरू हुआ तो उसके बाद 5 साल में ही 9 विधायकों का निधन हो चुका है. इनमें भी सर्वाधिक छह विधायकों का निधन वर्तमान 15वीं विधानसभा के दौरान हुआ है.

पढ़ें : शक्तावत के निधन के बाद 3 नहीं 4 विधानसभा सीटों पर होंगे उपचुनाव...विधानसभा का अपशकुन बरकरार

पिछले 20 साल में इन विधायकों का हुआ निधन :

  • अजमेर पश्चिम विधायक किशन मोटवानी का निधन फरवरी 2002 में हुआ.
  • दिसंबर 2002 में बानसूर विधायक जगत सिंह दायमा का निधन.
  • सागवाड़ा विधायक भीखा भाई का 2002 में निधन.
  • जनवरी 2005 में लूणी विधायक रामसिंह विश्नोई का निधन.
  • मई 2006 में डीग विधायक अरुण सिंह की मृत्यु.
  • दिसंबर 2006 में डूंगरपुर विधायक नाथूराम अहारी का निधन.
  • सितंबर 2017 में भाजपा विधायक कीर्ति कुमारी का स्वाइन फ्लू से निधन.
  • 21 फरवरी 2018 को नाथद्वारा विधायक कल्याण सिंह का निधन.
  • 19 अप्रैल 2018 को भाजपा विधायक धर्मपाल चौधरी का निधन.
  • 7 अक्टूबर 2020 कांग्रेस के सहाड़ा से विधायक कैलाश चंद त्रिवेदी का निधन.
  • 17 नवम्बर 2020 को मंत्री मास्टर भंवर लाल मेघवाल का निधन.
  • 30 नवम्बर 2020 भाजपा विधायक किरण माहेश्वरी का निधन.
  • 20 जनवरी 2021 को कांग्रेस विधायक गजेंद्र सिंह शक्तावत का निधन.
  • 19 मई 2021 को भाजपा के धरियावद विधायक गौतम लाल मीणा का निधन.
  • 09 अक्टूबर कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा का निधन.

विधायको के जेल जाने, सांसद बनने से भी संख्या हुई कम : ऐसा नहीं है कि राजस्थान में विधायकों की संख्या 200 से कम केवल विधायकों के निधन के चलते ही हुई है, बल्कि विधायकों के निधन के साथ ही विधायकों के जेल चले जाने या फिर विधायकों के सांसद चुने जाने पर भी यह संख्या 200 से कम हुई है.

ये गए विधायक रहते जेल :

  • 2011 में गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री महिपाल मदेरणा और विधायक मलखान सिंह को जेल जाना पड़ा. वह पूरी विधानसभा सत्र में जेल में ही रहे.
  • 2013 में मंत्री बाबूलाल नागर जेल गए.
  • 2017 में बीएल कुशवाह को जेल जाना पड़ा. विधायक की सदस्यता समाप्त हुई.

ये विधायक बने सांसद :

  • 2013 में विधानसभा चुनाव में विधायक बने वर्तमान लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, संतोष अहलावत, बहादुर सिंह कोली ओर सांवरलाल जाट ने 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा और सांसद बने. इसके चलते भी राजस्थान विधानसभा में विधायकों की संख्या कम रही और उपचुनाव हुए.
  • 2018 में नागौर के खींवसर से विधायक हनुमान बेनीवाल के नागौर सांसद बने और मंडावा से विधायक नरेंद्र कुमार के सांसद बनने पर भी उप चुनाव हुए थे.
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