जयपुर. राजस्थान में अब सियासी संकट पूरी तरीके से टल चुका है. ऐसे में अब वे लोग भी उम्मीदों के साथ कांग्रेस मुख्यालय पहुंच रहे हैं, जिनकी मांगें अब तक पूरी नहीं हुई हैं. राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय के बाहर सोमवार को अधिक संख्या में आयुष चिकित्साकर्मी पहुंच गए और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (National Health Mission) में संविदाकर्मी के तौर पर कार्यरत आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी चिकित्सकों ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.
बता दें कि इस महीने इन प्रदर्शनकारियों का कांग्रेस मुख्यालय पर यह दूसरा प्रदर्शन है. आयुष चिकित्साकर्मियों की संघर्ष समिति की ओर से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन के बाद पीसीसी के बाहर बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को बाहर ही रोक दिया. इस दौरान उनके समर्थन में कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज भी आ गए, जिन्होंने संविदाकर्मी आयुष चिकित्सकों की मांग को जायज बताते हुए सरकार को उनकी मांग मानने की बात कही. साथ ही इनकी मांगों को चिकित्सा मंत्री तक पहुंचाने की भी बात कही.
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इन संविदारत चिकित्साकर्मियों का कहना था कि एनएचएम के तहत प्रदेश में 2 हजार चिकित्साकर्मी संविदा पर काम कर रहे हैं. जिन्हें महज 21 हजार का मेहनताना मिलता है. जबकि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान आयुष संविदाकर्मियों को नियमित करने का वादा किया था, लेकिन अभी वह वादा पूरा नहीं हुआ है. आयुष चिकित्साकर्मियों का कहना था कि लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के दौरान उन्होंने पांच महीने तक बिना किसी अवकाश के कोरोना वॉरियर्स के तौर पर काम किया है. ऐसे में अब सरकार को चाहिए कि वह उनकी मांगों पर ध्यान दे.