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संवैधानिक संस्थाओं का राजनीतिकरण लोकतंत्र के लिए खतरा - सीपी जोशी - National Service Scheme Webinar Program

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर राजीव गांधी स्टडी सर्कल और राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में लोकतंत्र में -संवैधानिक संस्थाओं की स्वायत्तता जरूरी है- विषय पर एक राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया.

Rajiv Gandhi death anniversary webinar
राजीव गांधी की पुण्यतिथि
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Published : May 21, 2021, 10:33 PM IST

जयपुर. वेबिनार के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी थे. जोशी ने कहा कि भारत में संसदीय लोकतंत्र अपनाने का मुख्य कारण इसकी विविधता है. भारत की विविधता को ध्यान में रखते हुए ही लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से संविधान की रचना की गई.

उन्होंने कहा कि इंफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी को स्वर्गीय राजीव गांधी ने बहुत मजबूत बनाया लेकिन आज उसी का दुरुपयोग करके विपक्ष की और विरोध की आवाज को दबाया जा रहा है. देश एक अलग तरीके की चुनौती का सामना कर रहा है. इस देश में संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करके संसदीय लोकतंत्र को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. देश के निर्माण में विभिन्न धर्मों, भाषाओं, विचारों और संस्कृतियों के लोगों को समान अवसर मिलना चाहिए लेकिन आज एक देश एक विचार की कुनीति से लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. संसद के चलते हुए भी ऑर्डिनेंस के द्वारा सरकार चलाई जा रही है ताकि संसद की भूमिका को समाप्त किया जा सके. एक ही विचारधारा को सभी पर थोपने के लिए लोकतंत्र के सभी स्तंभों को योजनाबद्ध तरीके से धाराशायी किया जा रहा है. उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि हमें यह समझने की आवश्यकता है कि संसदीय लोकतंत्र ही असली भारत को जिंदा रख सकता है.

एक दिन पूर्व में आयोजित वेबिनार में राज्य सह समन्वयक डॉ अनुज विलियमस ने मननीय मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत का प्राप्त संदेश सब को पड़ कर सुनाया. विषय प्रवर्तन करते हुए तकनीकी व संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी जी की हमेशा यह कोशिश रही कि बंपर बहुमत होने के बावजूद विपक्षी दलों को पूरा सम्मान दिया जाए और उनके विचारों को अपने निर्णयों में शामिल किया जाए. आज केंद्र सरकार अपने बहुमत का दुरुपयोग करते हुए न्यायपालिका, मीडिया, चुनाव आयोग और तमाम अनेक सरकारी संस्थाओं को दबाव में लेकर अपनी मनमानी कर रही है.

पढ़ें- Corona Update: राजस्थान में 6225 नए मामले आए सामने, 129 मौत...कुल आंकड़ा 9,03,418

विशिष्ट अतिथि राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि पंडित नेहरू ने हमेशा अपने विपक्षियों को सरकार की आलोचना करने और उसके काम में सुधार करने का पूरा अवसर दिया किंतु आज न केवल संसद की पूरी केंद्रीय कैबिनेट को ही लगभग समाप्त कर दिया गया है और सिर्फ दो व्यक्तियों में सारी शक्तियां केंद्रित की जा रही हैं. विश्वविद्यालयों जैसे संस्थानों को भी दबाव मुक्त काम करने से वंचित किया जा रहा है.

उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने इस वेबिनार में अपने विचार रखते हुए कहा कि जहां एक ओर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया और पंचायती राज के माध्यम से गांव-गांव तक जनप्रतिनिधि चुने जाने और उन्हें शासन चलाने का अधिकार दिया वहीं दूसरी ओर वर्तमान केंद्र सरकार सत्ता को केंद्रीकृत करके लगभग अधिनायकवाद की ओर ले जा रही है. इस सरकार ने सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी और यहां तक कि न्यायपालिका जैसी संस्थाओं को भी राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ उपयोग में लाने के लिए शक्तिहीन कर दिया है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार जनकल्याण के लिए बनती है. यह उद्देश्य तभी पूरा होगा जब सार्वजनिक संस्थाओं को पूरी स्वतंत्रता प्राप्त हो. लोकतंत्र की पहचान ही यही है कि सभी संस्थाएं दबाव मुक्त होकर काम कर सकें लेकिन वर्तमान में केंद्र सरकार ने निरंकुश शासन की ओर कदम बढ़ा दिए हैं.

इस अवसर पर राजीव गांधी स्टडी सर्कल के राष्ट्रीय सह समन्वयक प्रोफेसर सतीश राय,राज्य सह समन्वयक डॉ अनुज विलियमस ,आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन और पूर्व कुलपति प्रो बी एम शर्मा, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो डी पी जारोली, मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे पी यादव, गोविंद गुरु विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आई वी त्रिवेदी, जय नारायण विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पी सी त्रिवेदी, सहित प्रदेश के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य, एनएसएस के जिला समन्वयक, राजीव गांधी स्टडी सर्कल के जिला समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी और हजारों की संख्या में स्वयंसेवकों ने इस वेबिनार में प्रतिभागिता की. कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के संयोजक और राजीव गांधी स्टडी सर्कल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य समन्वयक डॉ बनय सिंह ने किया.

जयपुर. वेबिनार के मुख्य अतिथि राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी थे. जोशी ने कहा कि भारत में संसदीय लोकतंत्र अपनाने का मुख्य कारण इसकी विविधता है. भारत की विविधता को ध्यान में रखते हुए ही लोकतंत्र को मजबूत करने के उद्देश्य से संविधान की रचना की गई.

उन्होंने कहा कि इंफॉर्मेशन और टेक्नोलॉजी को स्वर्गीय राजीव गांधी ने बहुत मजबूत बनाया लेकिन आज उसी का दुरुपयोग करके विपक्ष की और विरोध की आवाज को दबाया जा रहा है. देश एक अलग तरीके की चुनौती का सामना कर रहा है. इस देश में संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करके संसदीय लोकतंत्र को समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है. देश के निर्माण में विभिन्न धर्मों, भाषाओं, विचारों और संस्कृतियों के लोगों को समान अवसर मिलना चाहिए लेकिन आज एक देश एक विचार की कुनीति से लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. संसद के चलते हुए भी ऑर्डिनेंस के द्वारा सरकार चलाई जा रही है ताकि संसद की भूमिका को समाप्त किया जा सके. एक ही विचारधारा को सभी पर थोपने के लिए लोकतंत्र के सभी स्तंभों को योजनाबद्ध तरीके से धाराशायी किया जा रहा है. उन्होंने युवाओं से आव्हान किया कि हमें यह समझने की आवश्यकता है कि संसदीय लोकतंत्र ही असली भारत को जिंदा रख सकता है.

एक दिन पूर्व में आयोजित वेबिनार में राज्य सह समन्वयक डॉ अनुज विलियमस ने मननीय मुख्यमंत्री महोदय अशोक गहलोत का प्राप्त संदेश सब को पड़ कर सुनाया. विषय प्रवर्तन करते हुए तकनीकी व संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने कहा कि स्वर्गीय राजीव गांधी जी की हमेशा यह कोशिश रही कि बंपर बहुमत होने के बावजूद विपक्षी दलों को पूरा सम्मान दिया जाए और उनके विचारों को अपने निर्णयों में शामिल किया जाए. आज केंद्र सरकार अपने बहुमत का दुरुपयोग करते हुए न्यायपालिका, मीडिया, चुनाव आयोग और तमाम अनेक सरकारी संस्थाओं को दबाव में लेकर अपनी मनमानी कर रही है.

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विशिष्ट अतिथि राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने कहा कि पंडित नेहरू ने हमेशा अपने विपक्षियों को सरकार की आलोचना करने और उसके काम में सुधार करने का पूरा अवसर दिया किंतु आज न केवल संसद की पूरी केंद्रीय कैबिनेट को ही लगभग समाप्त कर दिया गया है और सिर्फ दो व्यक्तियों में सारी शक्तियां केंद्रित की जा रही हैं. विश्वविद्यालयों जैसे संस्थानों को भी दबाव मुक्त काम करने से वंचित किया जा रहा है.

उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने इस वेबिनार में अपने विचार रखते हुए कहा कि जहां एक ओर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने सत्ता का विकेंद्रीकरण किया और पंचायती राज के माध्यम से गांव-गांव तक जनप्रतिनिधि चुने जाने और उन्हें शासन चलाने का अधिकार दिया वहीं दूसरी ओर वर्तमान केंद्र सरकार सत्ता को केंद्रीकृत करके लगभग अधिनायकवाद की ओर ले जा रही है. इस सरकार ने सीबीआई, इनकम टैक्स, ईडी और यहां तक कि न्यायपालिका जैसी संस्थाओं को भी राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ उपयोग में लाने के लिए शक्तिहीन कर दिया है.

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार जनकल्याण के लिए बनती है. यह उद्देश्य तभी पूरा होगा जब सार्वजनिक संस्थाओं को पूरी स्वतंत्रता प्राप्त हो. लोकतंत्र की पहचान ही यही है कि सभी संस्थाएं दबाव मुक्त होकर काम कर सकें लेकिन वर्तमान में केंद्र सरकार ने निरंकुश शासन की ओर कदम बढ़ा दिए हैं.

इस अवसर पर राजीव गांधी स्टडी सर्कल के राष्ट्रीय सह समन्वयक प्रोफेसर सतीश राय,राज्य सह समन्वयक डॉ अनुज विलियमस ,आरपीएससी के पूर्व चेयरमैन और पूर्व कुलपति प्रो बी एम शर्मा, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो डी पी जारोली, मत्स्य विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो जे पी यादव, गोविंद गुरु विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आई वी त्रिवेदी, जय नारायण विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो पी सी त्रिवेदी, सहित प्रदेश के सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य, एनएसएस के जिला समन्वयक, राजीव गांधी स्टडी सर्कल के जिला समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी और हजारों की संख्या में स्वयंसेवकों ने इस वेबिनार में प्रतिभागिता की. कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम के संयोजक और राजीव गांधी स्टडी सर्कल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य समन्वयक डॉ बनय सिंह ने किया.

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