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पूर्व महापौर अशोक लाहोटी ने कार्यवाहक महापौर शील धाभाई के सामने क्यों लगाई गुहार, जाने यहां

अशोक लाहोटी ने कार्यवाहक महापौर शील धाभाई से मुलाकात कर गर निगम की लापरवाही के चलते हुई 10 साल के बच्चे की मौत के मामले में नाराजगी जताई. लाहोटी ने चेतावनी भी दी कि अगर मांगे नहीं मानी गई तो आंदोलन करेंगे.

शील धाभाई, अशोक लाहोटी
अशोक लाहोटी ने शील धाभाई से की मुलाकात
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Published : Jul 15, 2021, 3:48 PM IST

Updated : Jul 15, 2021, 4:15 PM IST

जयपुर. मानसरोवर स्थित पार्क में नगर निगम की लापरवाही के चलते हुई 10 साल के एक बच्चे की मौत मामले में सांगानेर भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने नाराजगी जताई. गुरुवार को नगर निगम पहुंचकर कार्यवाहक महापौर के सामने गुहार लगाई है.

पढ़ेंः बीटीपी की भील प्रदेश की मांग पर बीजेपी की निंदा, कहा- जनजाति वर्ग को तोड़ने की साजिश

अशोक लाहोटी ने कार्यवाहक महापौर शील धाभाई के सामने तीन मांगे रखी और चेतावनी दी कि यदि यह मांगे पूरी नहीं की गई तो आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन कर मांगे मनवाई जाएंगी. अशोक लाहोटी ने इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज करने की मांग की.

अशोक लाहोटी ने शील धाभाई से की मुलाकात

बता दें कि मानसरोवर के स्वर्ण पथ स्थित एक पार्क में खुले तार के कारण करंट लगने से 10 साल के बच्चे गौरव की मौत हो गई. इस पर विधायक अशोक लाहोटी गुरुवार को ग्रेटर नगर निगम पहुंचे और लापरवाही बरतने पर अधिकारियों पर नाराजगी जताई.

अशोक लाहोटी ने मांग की कि सम्बंधित एलआई और जेईएन को बर्खास्त किया जाए. पार्कों में खुले पड़े बिजली के तारों को ठीक कर फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाए. बच्चे के परिजनों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाए.

उन्होंने नाराजगी जताई कि स्थानीय लोगों और पार्षद ने एलआई और एईएन को शिकायत भी की, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और बाद में फोन उठाना भी बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि यह घटना नगर निगम और उसके अधिकारियों के लिए एक कलंक है.

नगर निगम, राज्य सरकार या जिला प्रशासन बच्चे के परिजनों को मुआवजा दे या संबंधित फर्म का भुगतान काटकर बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिया जाए. कार्यवाहक शील धाबाई ने कहा कि बच्चे की मौत का उन्हें भी बड़ा दुख हुआ है. इस दुख की घड़ी में निगम और जयपुर शहर बच्चे के परिजनों के साथ है.

पढ़ेंः 'संघ और BJP की वजह से देश में जनसंख्या विस्फोट, इंदिरा जी तो 1975 में ही बना देती जनसंख्या नियंत्रण कानून'

विधायक की सभी मांगे मान ली गई हैं. बच्चे के परिजनों को अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाएगा. नगर निगम की ओर से इस घटना को लेकर जांच शुरू कर दी गई है. आयुक्त यज्ञमित्र देव ने कहा कि यदि यह घटना नगर निगम या फर्म के किसी भी अधिकारी की लापरवाही से हुई है तो उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मेंटेनेंस का काम एक फर्म को दिया गया था. उन्होंने कहा कि हालांकि नगर निगम की ओर से मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है. फिर भी जिला कलेक्टर के माध्यम से बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा. बता दें कि अशोक लाहोटी सांगानेर से भाजपा के विधायक हैं और पूर्व में महापौर रह चुके हैं.

जयपुर. मानसरोवर स्थित पार्क में नगर निगम की लापरवाही के चलते हुई 10 साल के एक बच्चे की मौत मामले में सांगानेर भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने नाराजगी जताई. गुरुवार को नगर निगम पहुंचकर कार्यवाहक महापौर के सामने गुहार लगाई है.

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अशोक लाहोटी ने कार्यवाहक महापौर शील धाभाई के सामने तीन मांगे रखी और चेतावनी दी कि यदि यह मांगे पूरी नहीं की गई तो आने वाले दिनों में एक बड़ा आंदोलन कर मांगे मनवाई जाएंगी. अशोक लाहोटी ने इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज करने की मांग की.

अशोक लाहोटी ने शील धाभाई से की मुलाकात

बता दें कि मानसरोवर के स्वर्ण पथ स्थित एक पार्क में खुले तार के कारण करंट लगने से 10 साल के बच्चे गौरव की मौत हो गई. इस पर विधायक अशोक लाहोटी गुरुवार को ग्रेटर नगर निगम पहुंचे और लापरवाही बरतने पर अधिकारियों पर नाराजगी जताई.

अशोक लाहोटी ने मांग की कि सम्बंधित एलआई और जेईएन को बर्खास्त किया जाए. पार्कों में खुले पड़े बिजली के तारों को ठीक कर फर्म के खिलाफ कार्रवाई की जाए. बच्चे के परिजनों को 5 लाख का मुआवजा दिया जाए.

उन्होंने नाराजगी जताई कि स्थानीय लोगों और पार्षद ने एलआई और एईएन को शिकायत भी की, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की और बाद में फोन उठाना भी बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि यह घटना नगर निगम और उसके अधिकारियों के लिए एक कलंक है.

नगर निगम, राज्य सरकार या जिला प्रशासन बच्चे के परिजनों को मुआवजा दे या संबंधित फर्म का भुगतान काटकर बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिया जाए. कार्यवाहक शील धाबाई ने कहा कि बच्चे की मौत का उन्हें भी बड़ा दुख हुआ है. इस दुख की घड़ी में निगम और जयपुर शहर बच्चे के परिजनों के साथ है.

पढ़ेंः 'संघ और BJP की वजह से देश में जनसंख्या विस्फोट, इंदिरा जी तो 1975 में ही बना देती जनसंख्या नियंत्रण कानून'

विधायक की सभी मांगे मान ली गई हैं. बच्चे के परिजनों को अधिक से अधिक मुआवजा दिया जाएगा. नगर निगम की ओर से इस घटना को लेकर जांच शुरू कर दी गई है. आयुक्त यज्ञमित्र देव ने कहा कि यदि यह घटना नगर निगम या फर्म के किसी भी अधिकारी की लापरवाही से हुई है तो उसके खिलाफ जरूर कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मेंटेनेंस का काम एक फर्म को दिया गया था. उन्होंने कहा कि हालांकि नगर निगम की ओर से मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है. फिर भी जिला कलेक्टर के माध्यम से बच्चे के परिजनों को मुआवजा दिलाया जाएगा. बता दें कि अशोक लाहोटी सांगानेर से भाजपा के विधायक हैं और पूर्व में महापौर रह चुके हैं.

Last Updated : Jul 15, 2021, 4:15 PM IST
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