जयपुर. राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट को लेकर खासे नाराज नजर आए. उन्होंने पायलट समेत उन तमाम 19 विधायकों को खरीद फरोख्त में शामिल बताते हुए जमकर आरोप लगाए. मुख्यमंत्री ने कहा जो कुछ भी घटनाएं हुई हैं, वह दुर्भाग्यपूर्ण है.
सचिन पायलट पर निशाना साधते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि एसओजी ने नोटिस केवल सचिन पायलट को नहीं दिया, बल्कि मुझे भी दिया है. पहले भी विधायकों को 10 दिन बाड़ेबंदी में रखना पड़ा था, क्योंकि इस वक्त जो खेल हुआ है मानेसर वाला वो उस समय हो रहा था.
'षड्यंत्र में शामिल हैं पायलट'
उन्होंने पायलट के ऊपर सीधा आरोप लगाते हुए कहा सफाई वही लोग दे रहे हैं, जो खुद षड्यंत्र में शामिल थे, षड्यंत्र की बाढ़ थे. हमारे यहां पर डिप्टी सीएम हो पीसीसी अध्यक्ष हो वह खुद ही डील करें अगर लोगों से और वही षड्यंत्र में शामिल हो और वही अब सफाई दे कि हमारे यहां कोई और सेटिंग नहीं हो रही थी, यह कैसे मुमकिन है.
उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र समाप्त करने की साजिश हो रही है लोग धन बल से खरीदे जा रहे हैं. 70 साल तक हमने डेमोक्रेसी बचा कर रखी लेकिन भाजपा जब से सत्ता में आई है, तब से डेमोक्रेसी खत्म की जा रही है. गहलोत ने कहा राजस्थान में पूरी मेजॉरिटी होटल में बैठी है. उन्होंने कहा कि 2 दिन पहले ही राजस्थान की राजधानी जयपुर में 30 करोड़ में खरीद-फरोख्त चल रही थी. हमारे पास इसके सबूत हैं.
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उन्होंने कहा कि सचिन पायलट खुद ही षड्यंत्र में शामिल हैं. इनकम टैक्स और ईडी के छापों को लेकर उन्होंने कहा कि सीबीआई, इनकम टैक्स और ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है. इनसे डराने का प्रयास हो रहा है. ऐसे में डेमोक्रेसी कहां रह रही है. मुख्यमंत्री ने कहा कि एक मजबूत सरकार बनी थी प्रदेश में जब जनता ने पूरा मैंडेट दिया था, उसी ढंग से सरकार काम कर रही है. जब से सरकार बनी तब से कैसी भी स्थिति आई हो आमजन की सेवा की गई है.
'केंद्र के साथ मिलकर पैसे की डील'
सीएम गहलोत ने कहा हमने शानदार फैसले किए. लेकिन हमारे कुछ साथी भाजपा के ट्रैप में फंस कर अति महत्वाकांक्षी बनकर हॉर्स ट्रेडिंग कर रहे हैं. राजनीति में लड़ाई होती है विचारधारा की नीतियों की लड़ाई जो समझ में आती है. दो तिहाई बहुमत हो तो आप चले जाओ कोई दिक्कत नहीं. लेकिन केंद्र सरकार के साथ में मिलकर आप हॉर्स ट्रेडिंग करो, उनके साथ पैसे की डील करो, उनके साथ लेनदेन करो, पहली किस्त कितनी मिलेगी, दूसरी किस्त कितनी मिलेगी, पैसे तय किया जाए तो ऐसे लोगों को केवल डेमोक्रेसी खत्म करने वाला ही कहा जाएगा. डेमोक्रेसी खत्म करने वाले लोग दिल्ली में बैठे हैं और हॉर्स ट्रेडिंग कर रहे हैं, सरकारों को गिरा रहे हैं.
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि पहले उन्होंने कर्नाटक में किया फिर मध्य प्रदेश में किया. इस दौरान उन्होंने उन तमाम 19 विधायकों को भाजपा का बंधक बताया, जो होटल में बैठे हैं. उन्होंने कहा कि होटल में बैठे लोगों ने किस्त ले रखी है. हॉर्स ट्रेडिंग की गई है हमारे पास प्रूफ है कैसे उनके दलाल लोग थे. जिन्होंने यह काम किया और पैसा ऑफर किया. जिन्होंने पैसा नहीं लिया है वह मेरे पास आए और उन्होंने इस बारे में बताया है.
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'नई पीढ़ी को हम प्यार करते हैं'
सीएम गहलोत ने कहा मैं तो तीसरी बार मुख्यमंत्री बन गया. 40 साल से ज्यादा राजनीति करते समय हो गया है. नई पीढ़ी जो आई है उनसे हम प्यार करते हैं, आने वाला कल उनका है. मैंने एक दिन कहा कि 40 साल से जो लीडरशिप है हम लोगों की उसकी खूब रगड़ाई हुई थी. गहलोत ने कहा कि हमारे लिए कहा जाता है कि हम उन्हें पसंद नहीं करते हैं, यह बिल्कुल गलत है. राहुल गांधी पसंद करते हैं, सोनिया गांधी पसंद करती हैं, युवाओं को अशोक गहलोत पसंद करते हैं. हमारी मीटिंग होती है तो मैं खुद लड़ाई लड़ता हूं यूथ कांग्रेस के लिए एनएसयूआई के लिए. मैंने कहा इनकी रगड़ाई ही नहीं हुई थी इसलिए यह समझ नहीं पा रहे हैं.
सचिन पायलट को लेकर गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बन गए पीसीसी चीफ बनके अगर रगड़ाई होती तो और भी अच्छा काम करते हैं. मैंने यह भी कहा था कि यह और भी अच्छा काम कर सकते थे, यह हमसे अच्छी परफॉर्मेंस कर सकते थे, देश का फ्यूचर इन पर डिपेंड करता है. अगर यह खुद ही हॉर्स ट्रेडिंग को पसंद करेंगे और सेटिंग को प्रमोट करेंगे, तो देश को बर्बाद नहीं करेंगे क्या?
गहलोत ने कहा अच्छी इंग्लिश बोलना अच्छी बाइट देना सब कुछ नहीं होता है, अच्छी हैंडसम पर्सनालिटी होना सब कुछ नहीं होता है. आपके दिल में क्या है, देश के लिए आपका कमिटमेंट क्या है, आप की विचारधारा और नीतियां क्या हैं, यह सब देखा जाता है. गहलोत ने कहा सोने की छूरी पेट में खाने के लिए नहीं होती है.