जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर भी चर्चाएं हैं. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि यदि मुख्यमंत्री में नैतिकता है तो मंत्रिमंडल विस्तार से पहले अशोक गहलोत विधानसभा में बहुमत साबित करें. कटारिया ने इस संबंध में मीडिया के जरिए राज्यपाल से भी आग्रह किया है.
जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कटारिया ने कहा कि मौजूदा स्थितियों में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कांग्रेस में डिवीजन हो चुका है, कौन सा विधायक कहां है इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता. ऐसे में नैतिकता यही कहती है कि मुख्यमंत्री इस समय मंत्रिमंडल का विस्तार करके विधायकों को झुनझुना ना बाटें.
पढ़ें- सचिन पायलट के TWEET पर अविनाश पांडे का RETWEET, कहा- आपने BJP के साथ मिलकर सत्य को काफी परेशान किया
कटारिया ने कहा, विधायकों को मंत्री पद का झुनझुना बांटकर और लालच देकर गहलोत खुद से जोड़ने की कवायद कर सकते हैं. ऐसे में यदि मुख्यमंत्री में हिम्मत है और नैतिकता है तो वे पहले विधानसभा के सदन में बहुमत साबित करें और फिर मंत्रिमंडल का विस्तार करते रहे.
हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि क्या वह फ्लोर टेस्ट की मांग कर रहे हैं तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वे ऐसी मांग नहीं कर रहे हैं, बल्कि मुख्यमंत्री यदि मंत्रिमंडल का विस्तार कर रहे हैं तो उससे पहले विधानसभा में अपना बहुमत साबित करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है.