जयपुर. राजस्थान सरकार के कला एवं संस्कृति विभाग और जवाहर कला केंद्र (जेकेके) की ओर से 'आर्टिस्ट कॉलोब्रेशन सीरिज एपिसोड-3' के तहत संगीतमय प्रस्तुतियों की वर्चुअल सीरीज 'नाद-निनाद' प्रस्तुत की जा रही है. शनिवार को राजस्थान के टोंक जिले के मुजफ्फर रहमान की ओर से लयबद्ध तबला वादन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई. उनके साथ हारमोनियम पर मोहम्मद इरफान थे.
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कार्यक्रम के शुरुआत में 'तीनताल' की प्रस्तुति दी गई. इसके बाद कुछ 'पेशकार', 'कायदा', 'रेला' और 'गत' पेश किए गए. कलाकार ने उस्ताद जफर मोहम्मद खान की 'गत' को दो तरह से प्रस्तुत किया. एक में 'एक धीर धीर', 'दो धीर धीर' और 'तीन धीर धीर' शामिल थे. दूसरे में ताल के चार प्रकारों (झपताल, एकताल, तीनताल और पंचम सवारी ताल) का मधुर सामंजस्य देखने को मिला.
यह सीरीज 22 मार्च तक प्रतिदिन शाम 6 बजे से चलेगी. यह कार्यक्रम जेकेके के फेसबुक पेज पर प्रदर्शित किया गया. जेकेके की अतिरिक्त महानिदेशक (प्रशासन), डॉ. अनुराधा गोगिया ने कार्यक्रम का संचालन किया. वहीं, 21 मार्च को सौरभ बनौधा की ओर से बांसुरी वादन प्रस्तुत किया जाएगा. बनौधा प्रतिष्ठित युवा भारतीय शास्त्रीय बांसुरीवादक हैं.
वे प्रख्यात वाराणसी घराने से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने पवित्र गुरु-शिष्य-परम्परा के रूप में अपने पिता एवं विश्वविख्यात बांसुरीवादक स्वर्गीय गुरु पं. निरंजन प्रसाद से संगीत की शिक्षा प्राप्त की है. वे वर्ष 2000 में ऑल इंडिया फ्लूट चैम्पियन बने और वर्तमान में संस्कृति मंत्रालय के कलाकार हैं. वे शांति, सादगी एवं मानवता के संगीत राजदूत के रूप में जाने जाते हैं.