जयपुर. जयपुर, जोधपुर, कोटा में नवगठित 6 नगर निगमों के परिणाम भले ही पूरी तरह भाजपा के पक्ष में ना आ पाए हों लेकिन इन चुनावों के परिणाम से भाजपा नेता उत्साहित हैं. केंद्रीय मंत्री और जयपुर नगर निगम में चुनाव प्रभारी अर्जुन राम मेघवाल का तो यही मानना है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में मेघवाल ने कहा कि यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल तो परिसीमन के जनक थे, लेकिन कोटा में भी इस परिसीमन का उन्हें पूरा फायदा नहीं मिल पाया.
परिसीमन का कांग्रेस को नहीं मिला फायदा
अर्जुन राम मेघवाल के कहा कि जिस मंशा के साथ यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने नगर निगम का परिसीमन करके तीनों शहरों में दो-दो नगर निगम गठित किए थे, उसके बाद भी यदि इन सभी नगर निगमों में कांग्रेस का कब्जा नहीं हुआ तो मतलब साफ है कि जनता ने इन चुनावों में भी भाजपा की तरफ ही अपना रुझान रखा.
पढ़ें: निर्दलीयों के साथ कांग्रेसी पार्षदों के लिए भी BJP के द्वार खुले हैं: वासुदेव देवनानी
मेघवाल के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने गृह जिले जोधपुर में एक नगर निगम कांग्रेस के पक्ष में बनाने में जरूर सफल हो गए लेकिन दूसरा नगर निगम बीजेपी के ही पास रहा. वहीं कोटा में जो खुद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का गृह जिला है, वहां पर एक नगर निगम में भले ही कांग्रेस पार्षदों की संख्या अधिक हुई हो लेकिन दूसरा नगर निगम में भाजपा और कांग्रेस बराबरी पर है.
अल्पसंख्यक उम्मीदवारों को दिया मौका
मेघवाल ने कहा कि जयपुर में जो हमेशा से बीजेपी का गढ़ रहा है. यहां पर भी कांग्रेस के सपने पूरे नहीं हो पाए. क्योंकि ग्रेटर में हमने अपना बोर्ड बनाना सुनिश्चित कर लिया तो वहीं नगर निगम हेरिटेज में कांग्रेस अपना वोट बनाने के लिए पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं कर सकी. मेघवाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने इस चुनाव में अल्पसंख्यकों को भी प्रत्याशी बनाया क्योंकि बीजेपी सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास की अवधारणा पर विश्वास करती है.
हम निर्दलीयों से संपर्क में, हेरिटेज में भी बनाएंगे बोर्ड
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा नगर निगम हेरिटेज में बीजेपी के पास बहुमत नहीं है तो कांग्रेस के पास भी नहीं है. ऐसी स्थिति में बीजेपी निर्दलीयों के भी संपर्क में है. हम जयपुर नगर निगम हेरिटेज में भी अपना बोर्ड बनाएंगे और महापौर कौन होगा इसका निर्णय भी जल्द ही हो जाएगा.