जयपुर. आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं. आयकर विभाग की कार्रवाई में इस बार एंटीक आइटम्स का भी खुलासा हुआ है. आयकर विभाग के छापेमार कार्रवाई के दौरान कारोबारी के ठिकाने पर एंटीक आइटम मिले हैं. ऐसे में अब ज्वेलर कारोबारी पुरातत्व विभाग के निशाने पर है. बताया जा रहा है कि प्रतिबंधित एंटीक आइटम की खरीद-फरोख्त देश में बैन है. ऐसे में अब पुलिस के साथ पुरातत्व विभाग भी कार्रवाई कर सकता है. हालांकि एंटीक आइटम्स को लेकर कार्रवाई आयकर विभाग से जानकारी मिलने के बाद होगी. हैंडीक्राफ्ट और ज्वेलरी से जुड़े कारोबारी के ठिकाने पर एंटीक आइटम बरामद हुए हैं.
जयपुर में तीन बड़े समूह पर आयकर विभाग ने छापे मार कार्रवाई को अंजाम दिया है. आयकर विभाग ने सिल्वर आर्ट ग्रुप, चोरडिया ग्रुप और गोकुल कृपा ग्रुप पर छापामार कार्रवाई को अंजाम दिया है. आयकर विभाग की छापेमारी कार्रवाई के दौरान तीनों समूह के ठिकानों पर करीब 1400 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा हुआ है. आयकर विभाग ने तीनों कारोबारी समूह के 28 ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है.
आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान सामने आया है कि कारोबारियों ने सुरंग में छुपा कर करोड़ों रुपए की ज्वेलरी और अन्य सामान समेत संपत्ति के दस्तावेजों को छुपा रखा था. ज्वेलरी व्यवसायी के घर पर सुरंग मिली है, जिसमें 15 बोरे आर्ट ज्वेलरी, एंटीक सामान और लेन-देन समेत अन्य संपत्तियों के दस्तावेज सुरंग में छुपे हुए मिले हैं. ज्वेलरी व्यवसाय के करीब 525 करोड़ के अघोषित लेन-देन का हिसाब किताब मिला है. वहीं 125 करोड़ रुपए का ऋण बाजार में देकर ब्याज के रूप में बड़ा मुनाफा कमाने का भी खुलासा हुआ है.
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आयकर विभाग की छापामार कार्रवाई के दौरान सिल्वर आर्ट ग्रुप के 525 करोड़ रुपए के अघोषित लेनदेन उजागर हुए हैं. सिल्वर आर्ट ग्रुप कीमती पत्थरों, आभूषणों, प्राचीन वस्तुओं, हस्तशिल्प कालीन वस्त्र का व्यवसाय करता है. ज्वेलर के ढेर में मिली गुफा के अंदर सोने और चांदी के आभूषण, एंटीक सामान, आर्ट ज्वेलरी के अलावा बेनामी संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं. गुफा से दो हार्ड डिक्स और पेनड्राइव भी मिले हैं, जिनमें काफी वस्तुओं का विवरण पाया गया है.