जयपुर. मानदेय बढ़ाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से आशा सहयोगिनी धरना प्रदर्शन कर रही हैं. आशा सहयोगिनियों के प्रदर्शन को लेकर पूर्व महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने बयान दिया गया है. उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने घोषणा पत्र में आशा सहयोगिनियों को उचित मानदेय देने और संविदाकर्मी कर्मचारियों को नियमित भी करने का वादा किया था, लेकिन वो अपना वादा पूरा नहीं कर रही है.
पूर्व मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि अशोक गहलोत की सरकार जब राजस्थान में बनी थी, उससे पहले कांग्रेस के घोषणा पत्र में यह लिखा हुआ था कि जो आशा सहयोगिनी कर्मचारी हैं, उन्हें नियमित किया जाएगा और उनका जो मानदेय है, वह भी तार्किक किया जाएगा और सभी संविदा कर्मी कर्मचारियों को नियमित भी किया जाएगा. सरकार बनने के 2 साल बीतने के बाद भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने घोषणापत्र के वादे को पूरा नहीं किया है.
उन्होंने कहा कि आशा सहयोगिनी आज लगातार मंत्रियों के आवास पर जाकर प्रदर्शन कर रही हैं. टोंक रोड पर जाकर भी उनके द्वारा प्रदर्शन किया गया है, लेकिन अभी तक उन्हें एक मंच देकर उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. सरकार के 2 साल पूरे होने के बाद एक बार भी आशा सहयोगिनी का मानदेय नहीं बढ़ाया गया है, जो कि उन्होंने कहा था कि तार्किक होने के बाद उनका मानदेय बढ़ाया जाएगा.
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साथ ही अनिता भदेल ने कहा कि जो आशा सहयोगिनियों की मांग है. उस पर एक कमेटी बनाई जाए और फिर उसे आगे बढ़ाया जाए. उसकी भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है. अनिता भदेल ने कहा कि जल्द से जल्द अशोक गहलोत की सरकार को आशा सहयोगिनी की समस्याओं का समाधान करना चाहिए.