जयपुर. संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के सदन में राजस्थान के पुरुषों को लेकर दिए गए बयान पर माफी मांगने के बावजूद भाजपा विधायकों ने विरोध प्रदर्शन जारी रखा. इस विरोध में उन्हें आरएलपी के विधायकों का भी सहयोग मिला. लेकिन नारेबाजी के बीच जब आरएलपी के विधायक पुखराज गर्ग और नारायण बेनीवाल सदन में अखबार की कटिंग लहराने (News Clippings Of Dhariwal Statement In Vidhansabha) लगे तो इस पर स्पीकर सीपी जोशी नाराज (Angry Speaker CP Joshi In Vidhansabha) हो गए. उन्होंने कुछ भी लिखा हुआ डिस्प्ले किया तो कार्रवाई होगी.
स्पीकर के सख्त लहजे के बावजूद भी दोनों विधायकों ने स्पीकर की बात नहीं मानी तो स्पीकर ने फिर दोनों विधायकों को चेताया. नाराज स्पीकर ने एक बार तो मार्शल को दोनों विधायकों को बाहर निकालने के निर्देश दे दिए. लेकिन उसके बाद उन्होंने फिर मार्शल को खुद ही रोका और नेता प्रतिपक्ष से कहा कि जब सदन में यह नियम बने हुए हैं कि कोई भी विधायक कुछ लिखा हुआ सदन में नहीं लहराएगा तो फिर इस तरह से बैनर लगाना गलत है.
लेकिन इसके बावजूद भी दोनों विधायकों ने अपने हाथ में लिखे हुए बैनर नीचे नहीं किए, जिससे स्पीकर सीपी जोशी और ज्यादा नाराज हो गए. नाराज स्पीकर सीपी जोशी ने कहा कि सदन चले या नहीं चले मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा. सदन चलेगा तो नियमों से चलेगा. लेकिन इसके बावजूद भी विधायक नहीं माने तो आखिरकार स्पीकर ने मार्शल को दोनों विधायकों को बाहर निकालने के आदेश देते हुए कहा कि (थ्रो देम आउट ) (Speaker says Throw Them Out).
लेकिन भाजपा विधायकों ने नारायण बेनीवाल और पुखराज गर्ग (RLP MLA Narayan Beniwal) को अपने घेरे में ले लिया. जिसके चलते स्पीकर सीपी जोशी ने 1 घंटे के लिए कार्रवाई स्थगित कर दी. हाउस स्थगित होने के बावजूद भी भाजपा विधायक दोनों विधायकों को अपने घेरे में लेकर सदन में धरने पर बैठ गए हैं. भाजपा विधायक अभी सदन में ही धरने पर बैठ गए हैं. दोनों विधायकों का साथ देने के लिए भाजपा विधायक संजय शर्मा बैनर पहनकर सदन में भाजपा विधायकों के साथ बैठ गए हैं.
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही फिर स्थिगितः हंगामे के कारण स्थगित हुई सदन की कार्यवाही एक घंटे के बाद जैसे दोबारा शुरू हुई, उसके साथ ही दोबारा हंगामा शुरू हो गया. इस पर स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही को फिर 1 घंटे के लिए स्थगित कर दिया.
राजस्थान के इतिहास के लिए काला अध्याय : आरएलपी विधायक नारायण बेनीवाल ने मीडिया से रू-ब-रू होते हुए कहा कि राजस्थान के इतिहास के लिए कल का दिन काला अध्याय था. शांति धारीवाल एक सीनियर लीडर है, उनके द्वारा दिया गया बयान दुर्भाग्यपूर्ण था. आज सदन में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के तीनों विधायकों ने शांति धारीवाल के इस्तीफे की मांग की.
मुख्यमंत्री के बिहाफ पर शांति धारीवाल ने गृह विभाग का जवाब दिया, उनका बयान महिलाओं का अपमान है. नारायण बेनीवाल ने कहा कि महिलाओं का अपमान आरएलपी सहन नहीं करेगी. चाहे इसके लिए आरएलपी को सड़क से लेकर सदन तक कितना ही संघर्ष क्यों न करना पड़े. हमने सदन में भी लोकतांत्रिक तरीके से इस मुद्दे को उठाया. इस पर अध्यक्ष नाराज भी हो गए.
बेनीवाल ने शायराना अंदाज में कहा कि वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती, हम आह भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम : विरोध के दौरान स्पीकर ने मार्शल को विधायकों को बाहर निकालने के निर्देश दिए थे. बेनीवाल ने विश्वास दिलाया कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी कभी भी प्रदेश के माता और बहनों के स्वाभिमान पर आंच नहीं आने देगी चाहे उन्हें कितनी बड़ी लड़ाई क्यों न लड़नी पड़े.