जयपुर. केरल और छत्तीसगढ़ सहित 6 राज्यों में कोरोना के केस फिर बढ़ने लगे हैं. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए केंद्र ने वहां विशेषज्ञों की टीम भेजी है. राजस्थान में भी गहलोत सरकार लगातार इसको लेकर सजग है. हालांकि, अच्छी बात यह है प्रदेश में संक्रमण के आंकड़ों में तेजी से गिरावट आई है. प्रदेश में संक्रमण कम होते ही पंचायत चुनाव की सुगबुगाहट शुरू हो गई है.
पिछले दिनों राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत राज विभाग को 12 जिलों की पंचायतों के वार्डों के पुनर्गठन की लॉटरी निकाल जल्द भेजने के लिए चिट्ठी लिखी थी. इसके बाद 12 जिलों में से 7 जिलों में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति और जिला परिषदों में वार्ड पुनर्गठन और आरक्षण की रिपोर्ट सरकार ने राज्य निर्वाचन आयोग को भेज भी दी है. शेष 5 जिलों की रिपोर्ट भी जल्द भेज दी जाएगी. ऐसे में माना जा रहा है कि संक्रमण कम रहा तो निर्वाचन आयोग अगस्त के अंत तक या सितंबर के पहले सप्ताह में चुनाव का एलान कर देगा.
इन 7 जिलों के पुनर्गठन की भेजी रिपोर्ट
- जयपुर
- जोधपुर
- भरतपुर
- सिरोही
- सवाई माधोपुर
- गंगानगर
- दौसा
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कोर्ट विवाद में अटके चुनाव
बता दें, ये चुनाव जनवरी 2020 में ही होने थे, लेकिन कोर्ट के विवाद में अटके रहे और अब कोरोना के कारण टाले गए. जयपुर सहित 12 जिलों में जनवरी 2020 में पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव होने थे, लेकिन नए परिसीमन विवाद और नई नगरपालिकाओं के विवाद के चलते मामला कोर्ट में उलझा हुआ था. इस वजह से आयोग इस समय अवधि में चुनाव नहीं करवा सका. इसके बाद कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच चुनाव टाले गए थे. तब से प्रशासक यहां काम देख रहे हैं.
21 जिलों में भी उपचुनाव की तैयारी
उधर राज्य निर्वाचन आयोग ने 21 जिलों में पंचायतों में उप चुनाव कराने को लेकर भी मतदाता सूचियों के पुनर्निरीक्षण का कार्यक्रम जारी कर दिया है.