जयपुर. 2010 में सृजित की गई अमृत कुंज योजना के आवंटियों को अब जाकर भूखंडों का आवंटन किया गया है. जयपुर विकास प्राधिकरण ने अमृत कुंज योजना के पूर्व आवंटियों को नई योजना अमृत कुंज द्वितीय का सृजन करते हुए भूखण्डों का आवंटन किया गया. बुधवार को लॉटरी के जरिए भूखंडों का आवंटन किया (Allotment of plots in Amrit Kunj Yojana second) गया.
जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से ग्राम कालवाड में अमृत कुंज योजना का सृजन वर्ष 2010 में किया गया (2010 Amrit Kunj Yojana in Jaipur) था. आवंटी भूखण्ड नहीं मिलने के कारण कई वर्षों से परेशान थे. पूर्व में सृजित अमृत कुंज योजना में कुल 1426 भूखण्ड थे. योजना में उच्च न्यायालय की ओर से पूर्व में स्थगन आदेश दिया गया था, इस कारण आवंटियों को मौके पर कब्जा नहीं दिया जा सका था. हालांकि अब जेडीए की ओर से सफल भूखण्डधारियों के लिए अमृत कुंज-द्वितीय योजना सृजित करने का निर्णय लिया गया. योजना में मौके पर जेडीसी ने सीमांकन और अन्य विकास कार्य जल्द करने के निर्देश दिये गए. इससे कम समय में योजना सृजित कर आवंटियों को भूखण्डों का आवंटन संभव हो पाया है और अब 12 साल बाद अमृत कुंज योजना के पूर्व आवंटियों को नई योजना में भूखंड अलॉट हो पाए हैं.
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जानकारी के अनुसार अमृत कुंज-द्वितीय योजना में मौके पर भूमि का सीमांकन किया जा चुका है. विकास कार्य किये जा रहे है. आपको बता दें कि पूर्व में क्षेत्रफल 30, 54, 120 और 225 वर्गमीटर भूखण्ड लॉटरी से आवंटित किये गये हैं. जिसके पेटे आवंटियों की ओर से सम्पूर्ण राशि जमा करा दी गई है. ऐसे आवंटियों को नवसृजित योजना अमृत कुंज-द्वितीय में लॉटरी के माध्यम से नागरिक सेवा केन्द्र में भूखण्डों का आवंटन किया गया है. आवंटित भूखंड धारियों को नवसृजित योजना में विनियम पत्र देने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है.