जयपुर. हाल ही में सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिकल सिस्टम द्वारा एक आदेश जारी किया गया है. जिसके तहत ग्रेजुएट आयुर्वेद चिकित्सक अब 13 प्रकार की सर्जरी कर सकेंगे, लेकिन इस आदेश के विरोध में अब इंडियन मेडिकल एसोसिएशन उतर गया है. जिसके तहत 11 दिसंबर को सुबह 6:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक चिकित्सकों द्वारा हड़ताल की जाएगी. हालांकि, इस दौरान इमरजेंसी ऑपरेशन और कोविड-19 से जुड़ी सेवाएं चालू रहेंगी.
जयपुर मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े चिकित्सकों ने 2 घंटे का शांतिपूर्ण विरोध करने का फैसला लिया है. इसे लेकर जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारियों की एक मीटिंग भी हुई. जहां फैसला लिया गया कि आयुर्वेद चिकित्सकों को सर्जरी का अधिकार दिए जाने का विरोध उनके द्वारा किया जाएगा. इसके अलावा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन राजस्थान के आव्हान पर आईएमए सर्विस स्प्रिंग डॉक्टर्स ने मंगलवार को संपूर्ण राजस्थान में अपना विरोध-प्रदर्शन दर्ज करवाया.
आईएमए से जुड़े चिकित्सक डॉक्टर रघुवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिकल सिस्टम की ओर से हाल ही में एक राज्य पत्र जारी किया गया है. जिसके तहत आयुर्वेदिक चिकित्सक को 2 वर्ष के कोर्स के बाद जनरल सर्जरी जिसमें नाक, कान, गला और आंख जैसे ऑपरेशन करने के लिए अधिकृत किया गया है. एलोपैथी से जुड़े चिकित्सकों का कहना है कि इस तरह के ऑपरेशन करने के लिए विशेषज्ञ होना आवश्यक है.
एलोपैथी से जुड़े चिकित्सकों का कहना है कि इस आदेश के बाद यदि अनट्रेंड चिकित्सक किसी मरीज की सर्जरी करेगा, तो उसकी जान जा सकती है. ऐसे में एलोपैथी से जुड़े चिकित्सक इसका विरोध कर रहे हैं. कोविड-19 संक्रमण को देखते हुए जयपुर मेडिकल एसोसिएशन के चिकित्सकों ने सोशल डिस्टेंसिंग के साथ आज 2 घंटे अपना विरोध भी दर्ज कराया और जयपुर मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े सभी चिकित्सकों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने कार्यस्थल पर 2 घंटे ओपीडी बंद करके इस आदेश का विरोध करें.