जयपुर. अखिल सेवारत चिकित्सक संघ की ओर से 23 जनवरी को जनरल बॉडी की मीटिंग आयोजित की गई है, जहां 4 साल बाद सेवारत चिकित्सक संघ के चुनाव और संघ के पदाधिकारियों के निर्वाचन को लेकर चर्चा की जाएगी. मामले को लेकर सेवारत चिकित्सक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. लक्ष्मण सिंह ओला ने जानकारी देते हुए बताया कि सेवारत चिकित्सकों की लंबित मांगों पर चार साल बाद 23 जनवरी को जेएमए हॉल, जयपुर में प्रदेश के समस्त सेवारत चिकित्सकों की अरिस्दा के बैनर तले जनरल बॉडी मीटिंग आयोजित की जा रही है.
इस मीटिंग का उद्देश्य अरिस्दा संगठन की मजबूती और पुनर्गठन करना है. गौरतलब है कि 25 जून 2017 को गठित कार्यकारिणी का कार्यकाल जून 2019 मे ही पूरा हो गया था. सेवारत चिकित्सक संघ का आरोप है कि पिछले कुछ सालों से विभिन्न माध्यमों से राज्य अरिसदा से राज्य के सेवारत चिकित्सकों की लंबित विभिन्न मांगों पर सवाल पूछे जा रहे थे, लेकिन अरिस्दा अध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी ने किसी का भी उचित जवाब नहीं देते हुए 29 जून 2019 मे स्वयं को छदम चुनाव प्रक्रिया से स्वयंभू अध्यक्ष घोषित करते हुए कार्यकारिणी में अनधिकृत फेरबदल कर दिया.
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संघ का यह भी कहना है कि जब सेवारत चिकित्सक संघ और सरकार के बीच वर्ष 2017 मे हुए समझौते के किसी भी बिंदु की पालना न होने से प्रदेश का प्रत्येक सेवारत चिकित्सक आहत महसूस कर रहा है एवं भयंकर असंतोष से भरा हुआ है. ऐसे में अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ ने प्रदेश के समस्त सेवारत चिकित्सकों से अपील करते हुए कहा है कि कोविड 19 की गाइडलाइंस की पालन करते हुए प्रत्येक ब्लॉक स्तर से दो चिकित्सक मीटिंग में आना सुनिश्चित कराएं. माना जा रहा है कि इस मीटिंग के बाद मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय चौधरी को संघ से हटाया जा सकता है.