जयपुर. राजधानी जयपुर में आमजन ने भी जनता कर्फ्यू को समर्थन किया है तो वहीं शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी 31 मार्च तक लॉक डाउन के आदेश जारी किए. जिसके बाद से ही प्रदेश भर में जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन का असर देखने को मिल रहा है. रविवार सुबह से ही राजधानी जयपुर के सभी बाजार बंद है, तो वहीं सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ नजर आया.
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पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद
हालांकि पुलिस की टीमें लगातार इलाके में पेट्रोलिंग कर लोगों को जागरूक कर रही है. पुलिस की ओर से लोगों से अपील की जा रही है कि लोग अनावश्यक घरों से बाहर नहीं निकले, केवल अति आवश्यक काम होने पर ही घर से बाहर निकले. जनता कर्फ्यू और लॉक डाउन के चलते देश भर में सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं भी बंद कर दी गई है.
ऑटो और कैब नहीं किया सर्विस देने से इनकार
राजधानी जयपुर में लो फ्लोर बस, टैक्सी-ऑटो, प्राइवेट कैब सर्विस समेत रोडवेज और सभी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवाएं पूर्णतया बंद है. लोगों को इमरजेंसी होने पर भी टैक्सी की सुविधा नहीं मिल पाई. वहीं कई लोग मेडिकल इमरजेंसी के लिए अपने घर से बाहर निकले, ऐसे में ऑटो या टैक्सी की जरूरत पड़ने पर सड़कों पर भटकते नजर आए. कुछ टैक्सी सड़क पर चलती हुई नजर आई, लेकिन उन्होंने भी सेवाएं देने से मना कर दिया.
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मेडिकल इमरजेंसी होतो मिल सकता है ऑटो
जब ईटीवी भारत ने उनसे इमरजेंसी सेवाओं को लेकर बातचीत करने की कोशिश की, तो टैक्सी चालक ने साफ तौर पर इनकार कर दिया कि किसी भी तरह आज कोई सेवा ही नहीं दी जाएंगी और टैक्सी में खराबी होने की वजह से मैकेनिक के जाकर आ रहे हैं. हालांकि एक टैक्सी ड्राइवर ने अस्पताल और मेडिकल संबंधित सेवा के लिए चलने की बात जरूर कही, तो वहीं कई टैक्सी चालक मीडिया के सामने बोलने से बचते नजर आए तो कई टैक्सी चालक मीडिया और पुलिस को देखकर दूसरे रास्ते बदल कर निकल गए.