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ब्लैक फंगस पर नियंत्रण के लिए कर्मचारी महासंघ ने की नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की मांग - ब्लैक फंगस पर नियंत्रण

ब्लैक फंगस महामारी पर नियंत्रण के लिए अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने राज्य सरकार से प्रशिक्षित बेरोजगार नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की मांग की है. महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ का कहना है कि ब्लैक फंगस की जांच और उपचार यदि समय रहते मिल जाए, तभी इस पर नियंत्रण संभव है.

black fungus in Rajasthan, demand for appointment of eye assistants
कर्मचारी महासंघ ने की नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की मांग
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Published : May 28, 2021, 2:17 PM IST

जयपुर. ब्लैक फंगस महामारी पर नियंत्रण के लिए अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने राज्य सरकार से प्रशिक्षित बेरोजगार नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की मांग की है. एक बयान में महासंघ (एकीकृत) के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दूसरे फेज में ब्लैक फंगस के मरीज काफी संख्या में बढ़े हैं. इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है.

इस संबंध में जानकारी देते हुए महासंघ (एकीकृत) के मुख्य महामंत्री एवं राजस्थान ऑप्थेलमिक एंड ऑप्टोमेट्री एसोसिएशन के सलाहकार राजेंद्र शर्मा ने बताया कि ब्लैक फंगस की जांच और उपचार यदि समय पर की जाए तो महामारी पर पूर्ण नियंत्रण संभव है. शर्मा ने कहा कि नेत्र सहायक इस महामारी के नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी लगभग 300 नेत्र सहायक ही राज्य सेवा में है. जो प्रदेश की लगभग 7.5 करोड़ जनसंख्या के लिए पर्याप्त नहीं है. दूसरी ओर लगभग 600 प्रशिक्षित बेरोजगार नेत्र सहायक नियुक्ति की आस लगाए बैठे हैं.

पढ़ें- कोरोना से मौत के आंकड़े छुपाने के आरोप पर रघु शर्मा का पलटवार, कहा-विपक्ष गंगा किनारे जा कर देखे सच्चाई

महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने इन सभी बेरोजगार नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की राज्य सरकार से मांग की है. उन्होंने कहा कि नेत्र सहायकों की नियुक्ति से जहां ब्लैक फंगस महामारी को रोका जा सकेगा. वहीं प्रदेश में नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस एंड विजुअल इंपेयरमेंट का भी जनता को लाभ मिलेगा. गौरतलब है कि प्रदेश के कई विधायकों एवं जन प्रतिनिधियों ने भी नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की राज्य सरकार से मांग की है.

जयपुर. ब्लैक फंगस महामारी पर नियंत्रण के लिए अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने राज्य सरकार से प्रशिक्षित बेरोजगार नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की मांग की है. एक बयान में महासंघ (एकीकृत) के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि कोविड-19 महामारी के दूसरे फेज में ब्लैक फंगस के मरीज काफी संख्या में बढ़े हैं. इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है.

इस संबंध में जानकारी देते हुए महासंघ (एकीकृत) के मुख्य महामंत्री एवं राजस्थान ऑप्थेलमिक एंड ऑप्टोमेट्री एसोसिएशन के सलाहकार राजेंद्र शर्मा ने बताया कि ब्लैक फंगस की जांच और उपचार यदि समय पर की जाए तो महामारी पर पूर्ण नियंत्रण संभव है. शर्मा ने कहा कि नेत्र सहायक इस महामारी के नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी लगभग 300 नेत्र सहायक ही राज्य सेवा में है. जो प्रदेश की लगभग 7.5 करोड़ जनसंख्या के लिए पर्याप्त नहीं है. दूसरी ओर लगभग 600 प्रशिक्षित बेरोजगार नेत्र सहायक नियुक्ति की आस लगाए बैठे हैं.

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महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने इन सभी बेरोजगार नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की राज्य सरकार से मांग की है. उन्होंने कहा कि नेत्र सहायकों की नियुक्ति से जहां ब्लैक फंगस महामारी को रोका जा सकेगा. वहीं प्रदेश में नेशनल प्रोग्राम फॉर कंट्रोल ऑफ ब्लाइंडनेस एंड विजुअल इंपेयरमेंट का भी जनता को लाभ मिलेगा. गौरतलब है कि प्रदेश के कई विधायकों एवं जन प्रतिनिधियों ने भी नेत्र सहायकों की शीघ्र नियुक्ति की राज्य सरकार से मांग की है.

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