जयपुर. कांग्रेस की 12 दिसंबर को दिल्ली में प्रस्तावित महंगाई हटाओ रैली (Congress Mehngai Hatao rally) के सिलसिले में प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने सीएम अशोक गहलोत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ ( Ajay Maken's meeting) बैठक की और तैयारियों का फीड़बैक लिया. कांग्रेस मुख्यालय पर हुई मैराथन बैठक में जबकि बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा समेस सभी 6 विधायकों ने बैठक से दूरी बना ली.
बैठक में प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य, मंत्रियों, विधायकों, पूर्व सांसदों ,पूर्व विधायकों और पार्टी के अग्रिम संगठनों के प्रमुखों को बुलाया गया है. बैठक में प्रदेश कांग्रेस की ओर से निवर्तमान जिला अध्यक्षों और प्रभारी मंत्रियों को एक फॉर्मेट भी दिया गया. जिसमें पदाधिकारियों को वाहन और कार्यकर्ताओं की संख्या की जानकारी देनी होगी.
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हालांकि, बैठक में कांग्रेस पार्टी के सभी विधायकों को बुलाया गया था, लेकिन आधे से ज्यादा मंत्री और विधायक बैठक में नहीं पहुंचे. मंत्रियों की बात की जाए तो बैठक में प्रताप सिंह खाचरियावास, शकुंतला रावत, ममता भूपेश, शांति धारीवाल, बृजेंद्र ओला, सुखराम बिश्नोई, महेश जोशी ,गोविंद राम मेघवाल, भजन लाल जाटव ,परसादी लाल मीणा, बीडी कल्ला, रामलाल जाट हेमाराम और राजेन्द्र यादव मौजूद रहे.
गहलोत कैबिनेट के मंत्री भी रहे नदारद
हालांकि विधायकों और मंत्रियों की गैरमौजूदगी के बारे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस कमेटी का फोकस दिल्ली से जुड़े हुए 7 जिलों जयपुर, अलवर, दौसा, झुंझुनू, सीकर, भरतपुर और चूरू जिले पर है. इन जिलों के जुड़े नेताओं को ही ज्यादा भीड़ ले जाने का टारगेट दिया जाएगा. ऐसे में इन जिलों के नेताओ की जिम्मेदारी ज्यादा बनती है. माना जा रहा है कि बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए मंत्री राजेंद्र गुढ़ा समेत सभी 6 विधायक नाराज चल रहे हैं.
बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को सरकार में कोई पद नहीं देने से नाराज चल रहेमंत्री राजेंद्र गुढ़ा तो इस बैठक से दूर रहे ही, उनके साथ ही सभी बसपा से कांग्रेस में आए सभी विधायक दीपचंद खेरिया, संदीप यादव, वाजिब अली ,जोगिंदर अवाना और लखन मीणा भी इस बैठक से दूर रहे. बैठक में शामिल होने के लिए विधायक बाबूलाल बैरवा भी प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पहुंचे, लेकिन स्वास्थ्य खराब होने और व्हीलचेयर के लिए प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में नहीं होने के चलते बाबूलाल बैरवा बैठक में नहीं पहुंच सके और वह नीचे ही रहे.