जयपुर. कोविड-19 संक्रमण अब धीरे-धीरे कम हो रहा है और कोविड-19 के बचाव के लिए वैक्सीन भी आ चुकी है. ऐसे में जनता के साथ ही सरकारों में भी आत्मविश्वास लौटने लगा है. प्रदेश में अब 10 फरवरी से विधानसभा सत्र होना है, तो ऐसे में विभाग एक्टिव हो गए हैं. यही कारण था कि शुक्रवार को कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कृषि विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी विभागों की अलग-अलग बैठक ली.
सबसे पहले कृषि विभाग के अधिकारियों से रूबरू होते हुए कटारिया ने बजट खर्च की स्थिति को समझा. कई विभागों के 75 फीसदी से कम बजट का इस्तेमाल करने की स्थिति पर कटारिया ने नाराजगी भी जताई और काम में तेजी लाने को कहा. कटारिया ने कहा कि विधानसभा सत्र शुरू होने वाला है और उससे पहले चालू वित्तीय वर्ष में किसानों के लिए आवंटित बजट का इस्तेमाल सही तरीके से होना चाहिए.
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कटारिया ने आने वाले समय में शुरू होने वाली योजनाओं और नवाचारों को लेकर भी अधिकारियों से चर्चा की. इसके साथ ही कृषि मंत्री ने अधिकारियों के सामने सौर ऊर्जा के चलने वाले कनेक्शन को लेकर भी सवाल उठाए, तो हॉर्टिकल्चरल में 50 हजार आवेदन लंबित होने की बात भी की. उन्होंने कहा कि कुछ जगह सोलर के उपकरणों की दरों में बदलाव को लेकर परेशानी आई है.
सोलर कनेक्शन को लेकर कटारिया ने कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजी लाल मीणा को ऊर्जा विभाग के अधिकारियों से नियमित मॉनिटरिंग करके समस्या का समाधान करने को कहा. बैठक के दौरान किसानों के खेत की नीलगाय से सुरक्षा के लिए तारबंदी कराने का भी मुद्दा सामने आया. इस काम में ढिलाई बरतने वाले 4 जिलों के कृषि अधिकारियों को नोटिस देने के लिए भी कटारिया ने कहा.
पॉल्ट्री फार्म बचे बर्ड फ्लू के खतरे से
प्रदेश में चल रहे बर्ड फ्लू को लेकर भी उन्होंने कहा की मीटिंग में बर्ड फ्लू को लेकर चर्चा हुई है और विभागीय अधिकारियों को ज्यादा सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. कृषि एवं पशुपालन मंत्री लालचंद कटारिया ने कहा कि अभी तक बर्ड फ्लू से पॉल्ट्री फार्म पूरी तरीके से बचे हुए हैं और ज्यादातर मामले कबूतर, मोर, कौए और दूसरे पक्षियों में ही आए हैं. हालांकि, भोपाल की टेस्टिंग लैब की तरफ से सैंपल नहीं लिए जाने को लेकर जब उनसे सवाल हुआ तो उन्होंने कहा कि वह इस मामले में अधिकारियों से जानकारी लेंगे.