जयपुर. राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) भर्ती 2018 के साक्षात्कार में धांधली के आरोपों और घूसकांड से साक्षात्कार की प्रकिया और पारदर्शिता पर सवाल खड़े हुए हैं. इस बीच बेरोजगार युवाओं में भी साक्षात्कार को लेकर गुस्सा है. इसको लेकर जयपुर में शहीद स्मारक पर प्रदेश भर के युवा जुटे और उन्होंने RAS सहित विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में साक्षात्कार की परंपरा खत्म करने की मांग की.
राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव का कहना है कि सरकार को RAS भर्ती 2018 घूस कांड और साक्षात्कार में अंक संबंधी विवाद की निष्पक्ष जांच करवानी चाहिए. भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के लिए आरएएस सहित सभी भर्तियों में साक्षात्कार की व्यवस्था समाप्त करनी चाहिए.
इसके साथ ही उन्होंने आरएएस भर्ती में वेटिंग लिस्ट निकालने का नियम बनाने की भी मांग की है. इन मांगों को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर प्रदेशभर के युवा जुटे हैं और सरकार के सामने मजबूती से अपनी बात रखने का प्रयास कर रहे हैं. उनका कहना है कि यदि उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता है तो प्रदेशभर में आंदोलन तेज किया जाएगा.
भर्तियों को पूरा करने की भी मांग
प्रदेशभर से शहीद स्मारक पर जुटे बेरोजगार युवाओं ने प्रदेश की भर्तियों में दूसरे राज्यों का कोटा खत्म करने, ऊर्जा विभाग में टेक्निकल हेल्पर की विज्ञप्ति जारी करने, आयु सीमा में छूट देने, शिक्षा विभाग में पीटीआई भर्ती की विज्ञप्ति जारी करने, राजस्थान पुलिस भर्ती 2018 की वेटिंग लिस्ट जारी करने, पंचायतीराज विभाग में जेईएन भर्ती की विज्ञप्ति जारी करने की भी मांग उठाई है.
बता दें कि आरएएस भर्ती-2018 के साक्षात्कार में अच्छे अंक दिलाने के बहाने घूसखोरी के आरोप में एसीबी ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इसके बाद से ही साक्षात्कार की निष्पक्षता पर सवाल खड़े हो रहे थे. परिणाम जारी होने के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा (Govind Singh Dotasara) के रिश्तेदारों को साक्षात्कार में 80-80 अंक मिलने का मुद्दा गरमाने लगा. इसके बाद से ही आरएएस सहित विभिन्न भर्ती परीक्षाओं में साक्षात्कार की व्यवस्था खत्म करने और इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग उठ रही है.