जयपुर. राजस्थान में भाजपा नेताओं पर हमले का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा. प्रेम सिंह बाजोर के बाद अब कैलाश मेघवाल पर हमला हुआ है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इस मसले पर ट्वीट (Satish Poonia Tweet) करते हुए लिखा कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है.
पूनिया ने आगे कहा कि बीजेपी एससी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल (Kailash Meghwal) के साथ श्रीगंगानगर (Sriganganagar) में हुई यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. उन्होंने लिखा कि इस तरीके की घटनाएं घटित होना राज्य की कांग्रेस की मौन साजिश की ओर इशारा करती है.
वहीं, भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र मीणा (Jitendra Meena Tweet) ने भी ट्वीट कर कैलाश मेघवाल के साथ हुई मारपीट की इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा की. जितेंद्र मीणा ने लिखा कि किसानों के नाम पर 'गुंडा तत्वों' ने अभद्रता और हाथापाई की है. किसानों के नाम पर गुंडागर्दी करने वालों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करके कठोर से कठोर कार्रवाई की जाना चाहिए.
गौरतलब है कि श्रीगंगानगर में किसान आंदोलन (Farmer Protest) में शामिल कुछ लोगों ने भाजपा नेता कैलाश मेघवाल के साथ मारपीट की, जिसके बाद भाजपा नेताओं ने प्रदेश की गहलोत सरकार (Gehlot Government) पर जुबानी हमला शुरू कर दिया है.
बीजेपी नेता प्रेम सिंह बाजोर पर भी हो चुका है हमला : इससे कुछ दिन पहले पूर्व विधायक और भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रेम सिंह बाजोर पर भी शाहजहांपुर बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शामिल कुछ लोगों ने कातिलाना हमला कर दिया था. उसके बाद अब बीजेपी एससी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कैलाश मेघवाल को श्रीगंगानगर में निशाना बनाया गया है, जिस पर सियासत गर्म है.
प्रेम सिंह बाजोर पर हमले को लेकर भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बयान जारी कर इस घटना की निंदा की थी और कहा कि राजस्थान सरकार किसानों के नाम पर ऐसे लोगों का संरक्षण कर रही है जो संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त हैं. शर्मा ने कहा कि राजस्थान के सरकार इन आंदोलनकारी लोगों को सारी सुविधाएं मुहैया करा रही है.
राजेंद्र राठौड़ और अरुण सिंह ने क्या कहा ? उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने ट्विटर के जरिये गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा एससी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पर हुए जानलेवा हमले की भर्त्सना करता हूं. कांग्रेस राज में सुनियोजित साजिश के तहत बीजेपी के नेताओं को निशाना बनाकर उन पर लगातार हमला करवाया जा रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
दूसरी ओर भाजपा के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह ने भी गहलोत सरकार को आड़े हाथों लिया. सिंह ने ट्वीट कर कहा कि गहलोत जी की पुलिस कानून-व्यवस्था संभालना भूल चुकी है. राजस्थान की कांग्रेस सरकार नाकामियों का पुलिंदा है. कांग्रेस सरकार अब इस कदर डर गई है कि लोकतंत्र को कुचलने के लिए अपने राजनीतिक विरोधिओं पर प्रायोजित हिंसा करा रही है, लेकिन याद रखिए ऐसे कायरतापूर्ण घटना से भाजपा डरती नहीं है.