जयपुर. फ्रांस और प्रदेश के वन विभाग की नई परियोजना राजस्थान फॉरेस्ट्री एंड बायो डायवर्सिटी डेवलपमेंट (Rajasthan Forestry and Bio Diversity Development) प्रोजेक्ट की डीपीआर पर विचार-विमर्श के लिए फ्रांस एजेंसी की एएफडी (AFD team of France agency) की पूर्व मूल्यांकन टीम मंगलवार को जयपुर पहुंची. अरण्य भवन मुख्यालय (Aranya Bhawan Headquarters) में टीम ने वन विभाग के आला अधिकारियों से प्रोजेक्ट के बारे में गहन विचार-विमर्श किया.
बैठक में प्रधान मुख्य वन संरक्षक (हॉफ) डॉ. दीप नारायण पांडेय ने परियोजना को राजस्थान के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि इसके माध्यम से पर्यावरण, वन और वन्यजीव संरक्षण के कार्य किए जाएंगे. एएफडी टीम की ओर से पूछे गए तमाम प्रशासनिक और वित्तीय प्रश्नों के उत्तर भी उनकी ओर से दिए गए.
डीएन पांडेय के मुताबिक फ्रांस और वन विभाग की ओर से मिलकर राजस्थान फॉरेस्ट्री एंड बायो डायवर्सिटी डेवलपमेंट प्रोजेक्ट शुरू किया जाना है. राज्य सरकार से अनुमोदन मिलने के बाद इस प्रोजेक्ट को पिछले वर्ष भारत सरकार को भिजवाया गया था. इसी प्रोजेक्ट पर चर्चा के लिए फ्रांस एजेंसी की एएफडी टीम अगस्त में आई थी. इस प्रोजेक्ट की डीपीआर पर चर्चा के लिए मंगलवार को एएफडी की पूर्व मूल्यांकन टीम लीडर मि. एमनुअल फॉर्मन के नेतृत्व में जयपुर पहुंची. टीम में मि. ऑगस्टिन डेलसले और अक्षिता शर्मा भी मौजूद रहे.
वित्त विभाग के संयुक्त सचिव आशुतोष वाजपेई ने परियोजना के संबंध में वित्तीय मुद्दों पर जानकारी प्रदान करते हुए प्रोजेक्ट की टाइम लाइन को मद्देनजर रखते हुए जल्द ही डीपीआर तैयार करने और साल 2022 में ही प्रोजेक्ट को शुरू करने का सुझाव दिया.