जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर डिपार्टमेंट्स की सीटों पर आमतौर पर प्रवेश एंट्रेंस टेस्ट के आधार पर होता है, लेकिन कोरोना काल में बिना एंट्रेंस टेस्ट के ही स्नातकोत्तर डिपार्टमेंट्स की सीटों पर प्रवेश दिया जा रहा है.
ऐसे में स्नातकोत्तर में उन्हीं विद्यार्थियों को प्रवेश में वरीयता दी जा रही है जिनके स्नातक में वही विषय हो. जिनके स्नातकोत्तर में विद्यार्थी प्रवेश लेना चाहता है. दूसरे विषयों के विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थियों को 20 फीसदी सीटों पर ही प्रवेश दिया जा रहा है. जबकि 80 फीसदी सीटों पर उन विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जा रहा है. जिनके स्नातक में वही विषय हो. जिनके स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम में वह प्रवेश लेना चाह रहा है.
राजस्थान विश्वविद्यालय की प्रवेश संयोजक डॉ. रश्मि जैन का कहना है कि विश्वविद्यालय ने फैसला लिया है कि स्नातकोत्तर की 80 फीसदी सीटों पर स्नातक से संबंधित विषयों वाले कोर्स में ही प्रवेश दिया जाएगा. यानी स्नातक में जो विषय पढ़े हैं स्नातकोत्तर में भी उन्हीं विषयों में प्रवेश मिलेगा. महज 20 फीसदी सीटों पर ही अलग विषय वाले विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा.
पढ़ें- प्रदेश में बीते साल घटे 14.21 फीसदी अपराध, लेकिन हत्या के मामले में 8.24% हुई बढ़ोतरी
उनका कहना है कि जब एंट्रेंस टेस्ट नहीं होता था, तब भी 80 फीसदी सीटों पर संबंधित विषय के विद्यार्थियों को और 20 फीसदी सीटों पर उसी विषय के विद्यार्थियों को प्रवेश दिया जाता था. इस बार कोविड-19 के कारण प्रवेश परीक्षा नहीं हो पाई है. इसलिए पुराना फार्मूला ही लागू किया गया है.
प्रवेश संयोजक डॉ. रश्मि जैन ने कहा कि प्रवेश परीक्षा विषय वार होती थी, जिससे विषय के बारे में विद्यार्थियों की परख हो जाती थी. अब बिना प्रवेश परीक्षा 20 फीसदी सीटों पर ही अलग विषय वाले विद्यार्थियों को प्रवेश मिलेगा.