जयपुर. नगर निगम के पांचवे बोर्ड सहित कोटा और जोधपुर में भी सोमवार को निर्वाचित बोर्ड का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 की धारा 320 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, राज्य सरकार की ओर से नवगठित नगर निगमों में निर्वाचित बोर्ड के गठन तक प्रशासक नियुक्त किए गए हैं.
विभागीय अधिसूचना के आधार पर नगर निगम जयपुर, जोधपुर और कोटा को विभाजित करते हुए 2-2 नगर निगम बनाए गए हैं. इनमें बतौर प्रशासक वर्तमान निगमायुक्त ही ये काम देखेंगे. जयपुर के हेरिटेज और ग्रेटर दोनों नगर निगम में विजय पाल सिंह को प्रशासक नियुक्त किया गया है. जोधपुर उत्तर और दक्षिण में सुरेश ओला जबकि कोटा उत्तर और दक्षिण में वासुदेव पालावत को जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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इस संबंध में डीएलबी निदेशक उज्ज्वल सिंह राठौड़ ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से बनाए गए नए नगर निगमों को अगले बोर्ड से पहले-पहले व्यवस्थित करना है. इसे ध्यान में रखते हुए सभी नगर निगमों में प्रशासक की नियुक्ति की गई है. इसके बाद जल्द निगमों में विभिन्न पदों पर नई नियुक्तियां भी की जाएंगी. आपको बता दें कि नवगठित नगर निगम के निर्वाचित बोर्ड की स्थापना होने तक नगर पालिका की शक्तियों का प्रयोग और कर्तव्य का पालन प्रशासक करेंगे. प्रशासकों को राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 के प्रयोजनों के लिए नगरपालिका समझा जाएगा. यही प्रशासक नवगठित नगर निगम के लिए आयुक्त का काम भी करेंगे.