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जयपुरः विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने दिया संदेश - निर्भया स्क्वायड

पुलिस कमिश्नरेट की निर्भया स्क्वायड टीम की नोडल अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना ने विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर आमजन को एक संदेश दिया है. एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया कि विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस 10 सितंबर को मनाया जाता है. इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) हर साल विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस का आयोजन करती है.

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एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने दिया संदेश
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Published : Sep 11, 2020, 2:04 AM IST

Updated : Sep 11, 2020, 2:37 AM IST

जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की निर्भया स्क्वायड टीम की नोडल अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना ने विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर आमजन को एक संदेश दिया है. एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया कि विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस 10 सितंबर को मनाया जाता है. इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) हर साल विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस का आयोजन करती है.

एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने दिया संदेश

आत्महत्या के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए साल 2003 में इसे शुरू किया गया था. विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे आत्महत्या के मामलों को रोकना है. उन्होंने कहा कि आत्महत्या किसी भी समस्या का निपटारा नहीं है, जो डर गया वह मर गया हमें हर समस्या का मुकाबला करना चाहिए. उन्होंने बताया कि आजकल लोगों में हताशा और निराशा बढ़ रही है. बढ़ते अवसाद के कारण आत्महत्या की प्रवृत्ति भी बढ़ी है. कोरोना काल में भी डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़े हैं. डिप्रेशन के कारण आत्महत्या के मामलों में भी तेजी से इजाफा हुआ है. बीते कुछ सालों में भारत ही नहीं दुनिया भर में आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़े हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है. 1 साल में करीब 8 लाख लोग आत्महत्या कर लेते हैं. जबकि सुसाइड की कोशिश करने वालों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा है।इस दिवस पर आत्महत्या नहीं करने के लिए जागरूक किया जाता है. जयपुर पुलिस ने अपील की है कि आपके आस पास अगर कोई ऐसा व्यक्ति रहता है जो कि डिप्रेशन में है या परेशान है तो आप उसकी जरूर से जरूर मदद करें.

पढ़ेंः जयपुरः पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए कार्यालय में लगाई जा रही कोरोना प्रोटेक्टिव शील्ड

सहयोग करें मेडिकल हेल्प है तो वह भी दें साथ ही काउंसलिंग भी कराएं. सामाजिक सपोर्ट बहुत जरूरी है तभी हम किसी की जिंदगी को बचा पाएंगे. किसी भी मामले में अगर ऐसा लगता है कि पुलिस आपकी मदद कर सकती है तो जयपुर पुलिस आपके लिए तैयार है. आप कभी भी हमें फोन कर सकते हैं और हम से मदद ले सकते हैं. जयपुर पुलिस के लिए हर व्यक्ति की जिंदगी बहुत अहम है. आत्महत्या का प्रयास करना बहुत गलत है. हर समस्या का समाधान होता है. समाधान में देर हो सकती है. लेकिन समाधान अवश्य निकलेगा. इसलिए समस्या से डरकर जिंदगी को खत्म करने का ना सोचे समस्या का सामना करें. परेशानी अपने आप खत्म हो जाएगी.

अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने दी तनाव मुक्त रहने की सलाह

10 सितंबर को पूरी दुनिया में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है. हालांकि इन दिनों कोरोना के चलते लोगों का रोजगार छिन गया है। 5 माह से लोग अपने घरों में बंद है. घर के आर्थिक हालात तेजी से खराब हो रहे हैं. वहीं लोगों पर कर्ज भी बढ़ रहा है. ऐसे में आत्महत्याओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. इन हालातों को देखते हुए अलवर पुलिस अधीक्षक लोगों से तनाव मुक्त रहने और किसी भी तरह का तनाव होने पर अपने साथ के लोगों से बातचीत करने के लिए कहा है.

जयपुर. पुलिस कमिश्नरेट की निर्भया स्क्वायड टीम की नोडल अधिकारी और अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना ने विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर आमजन को एक संदेश दिया है. एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने बताया कि विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस 10 सितंबर को मनाया जाता है. इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर सुसाइड प्रिवेंशन (IASP) हर साल विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस का आयोजन करती है.

एडिशनल डीसीपी सुनीता मीणा ने दिया संदेश

आत्महत्या के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए साल 2003 में इसे शुरू किया गया था. विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में तेजी से बढ़ रहे आत्महत्या के मामलों को रोकना है. उन्होंने कहा कि आत्महत्या किसी भी समस्या का निपटारा नहीं है, जो डर गया वह मर गया हमें हर समस्या का मुकाबला करना चाहिए. उन्होंने बताया कि आजकल लोगों में हताशा और निराशा बढ़ रही है. बढ़ते अवसाद के कारण आत्महत्या की प्रवृत्ति भी बढ़ी है. कोरोना काल में भी डिप्रेशन के मामले तेजी से बढ़े हैं. डिप्रेशन के कारण आत्महत्या के मामलों में भी तेजी से इजाफा हुआ है. बीते कुछ सालों में भारत ही नहीं दुनिया भर में आत्महत्या के मामले तेजी से बढ़े हैं.

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर 40 सेकेंड में एक व्यक्ति आत्महत्या करता है. 1 साल में करीब 8 लाख लोग आत्महत्या कर लेते हैं. जबकि सुसाइड की कोशिश करने वालों का आंकड़ा इससे भी ज्यादा है।इस दिवस पर आत्महत्या नहीं करने के लिए जागरूक किया जाता है. जयपुर पुलिस ने अपील की है कि आपके आस पास अगर कोई ऐसा व्यक्ति रहता है जो कि डिप्रेशन में है या परेशान है तो आप उसकी जरूर से जरूर मदद करें.

पढ़ेंः जयपुरः पुलिसकर्मियों को संक्रमण से बचाने के लिए कार्यालय में लगाई जा रही कोरोना प्रोटेक्टिव शील्ड

सहयोग करें मेडिकल हेल्प है तो वह भी दें साथ ही काउंसलिंग भी कराएं. सामाजिक सपोर्ट बहुत जरूरी है तभी हम किसी की जिंदगी को बचा पाएंगे. किसी भी मामले में अगर ऐसा लगता है कि पुलिस आपकी मदद कर सकती है तो जयपुर पुलिस आपके लिए तैयार है. आप कभी भी हमें फोन कर सकते हैं और हम से मदद ले सकते हैं. जयपुर पुलिस के लिए हर व्यक्ति की जिंदगी बहुत अहम है. आत्महत्या का प्रयास करना बहुत गलत है. हर समस्या का समाधान होता है. समाधान में देर हो सकती है. लेकिन समाधान अवश्य निकलेगा. इसलिए समस्या से डरकर जिंदगी को खत्म करने का ना सोचे समस्या का सामना करें. परेशानी अपने आप खत्म हो जाएगी.

अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने दी तनाव मुक्त रहने की सलाह

10 सितंबर को पूरी दुनिया में विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया जाता है. हालांकि इन दिनों कोरोना के चलते लोगों का रोजगार छिन गया है। 5 माह से लोग अपने घरों में बंद है. घर के आर्थिक हालात तेजी से खराब हो रहे हैं. वहीं लोगों पर कर्ज भी बढ़ रहा है. ऐसे में आत्महत्याओं की घटनाओं में बढ़ोतरी हो रही है. इन हालातों को देखते हुए अलवर पुलिस अधीक्षक लोगों से तनाव मुक्त रहने और किसी भी तरह का तनाव होने पर अपने साथ के लोगों से बातचीत करने के लिए कहा है.

Last Updated : Sep 11, 2020, 2:37 AM IST
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