जयपुर. राजधानी जयपुर में रहने वाले लोगों को सुरक्षित माहौल देने और अवैध हथियारों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई के लिए जयपुर पुलिस की ओर से ऑपरेशन 'आग' एक्शन अगेंस्ट गन चलाया जा रहा है. ऑपरेशन को सफल बनाने के लिए जयपुर की कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम के साथ ही प्रत्येक थाना पुलिस की ओर से कार्रवाई की जा रही है. जयपुर पुलिस की ओर से अब तक तमाम गैंग के शातिर बदमाशों को हथियारों के साथ दबोचा जा चुका है और इसके साथ ही ऐसे हथियार तस्कर जो लंबे समय से दूसरे राज्यों से हथियार तस्करी कर राजस्थान में सप्लाई करने का काम करते हैं उन पर भी नकेल कसी जा रही है.
अवैध हथियारों के खिलाफ जयपुर पुलिस की ओर से अब तक कितने हथियार जब्त किए गए हैं और कितने बदमाश गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी से खास बातचीत की. एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि अवैध हथियारों के खिलाफ कमिश्नरेट के चारों जिलों में ताबड़तोड़ कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है. जयपुर पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव के निर्देश पर 8 सितंबर 2020 से इस अभियान की शुरुआत की गई जो कि निरंतर जारी है. जब तक जयपुर शहर को अवैध हथियारों से मुक्त नहीं बना दिया जाता तब तक यह ऑपरेशन लगातार जारी रहेगा.
अवैध हथियारों के साथ अब तक कुल 186 आरोपी गिरफ्तार
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि कमिश्नरेट स्पेशल टीम और चारों जिलों की डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम के साथ ही विभिन्न थाना पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई में अब तक कुल 186 आरोपियों को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है. इसके साथ ही आर्म्स एक्ट में कुल 142 प्रकरण जयपुर पुलिस की ओर से दर्ज किए जा चुके हैं. वहीं गिरफ्त में आए हथियार तस्करों और अन्य बदमाशों से तकरीबन 180 हथियार बरामद किए जा चुके हैं.
पढ़ें: कृषि कानून लागू हुए तो 40 फीसदी धंधा दो लोगों के हाथ में चला जाएगा: राहुल गांधी
बदमाशों से जो हथियार बरामद किए गए हैं वह अलग-अलग किस्म के हैं. जिसमें कुछ देशी तो कुछ अच्छी किस्म के विदेशी हथियार शामिल हैं. बदमाशों से बरामद किए गए देशी कट्टे राजस्थान के सवाई माधोपुर, भरतपुर, कोटा और धौलपुर जिले में बनाए जा रहे हैं और वहीं से तस्करी कर पूरे राजस्थान में सप्लाई किए जा रहे हैं. इसके साथ ही जो कंट्री मेड पिस्टल व अन्य हथियार हैं वह उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के कुछ जिलों से सप्लाई किए जा रहे हैं. वहीं जिन स्थानों पर अवैध रूप से हथियारों का निर्माण किया जा रहा है उसकी भी जानकारी जुटाकर पुलिस कार्रवाई का प्रयास कर रही है.
पढ़ें: नए कृषि कानूनों से PM मोदी अपने उद्योगपति मित्रों के लिए रास्ता साफ करना चाहते हैं: राहुल गांधी
प्रतिशोध की भावना से कर रहे हथियारों का इस्तेमाल
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने बताया कि राजधानी जयपुर में सक्रिय कई बदमाश और गैंग प्रतिशोध की भावना के चलते हथियार उठा ले रहे हैं. कई ऐसे प्रकरण भी सामने आए हैं जिसमें पूर्व में हथियार तस्करी में गिरफ्तार किए गए बदमाश को दोबारा हथियारों की तस्करी में लिप्त पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया है. ऐसे बदमाश जो 1 बार से अधिक हथियार तस्करी के प्रकरण में गिरफ्तार किए जा रहे हैं, उन पर अधिक सख्ती की जा रही है. इसके साथ ही ऐसे बदमाश जिस गैंग से जुड़े हैं उस गैंग को भी गिरफ्तार किया जा रहा है.
आमजन निडर हो कर दें पुलिस को बदमाशों की सूचना
एडिशनल डीसीपी क्राइम सुलेश चौधरी ने कहा कि आमजन निडर होकर पुलिस को बदमाशों की सूचना दें. यदि किसी भी व्यक्ति के आसपास संदिग्ध लोग रह रहे हैं जो कि अपराधी प्रवृत्ति के लग रहे हैं या फिर हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सूचना तुरंत पुलिस को दें. सूचना देने वाले व्यक्ति की पहचान को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा और इसके साथ ही आवश्यकता पड़ने पर उसे पुलिस की सुरक्षा भी मुहैया करवाई जाएगी.