जयपुर. रामकृपाल मीणा के सालों पहले सरकारी जमीन पर किया गया उसका अवैध निर्माण मंगलवार को तोड़ा गया. जोन 5 क्षेत्राधिकार में संस्कृत कॉलेज के पीछे द्रव्यवती नदी से लगती हुई जगन्नाथ पुरी-प्रथम में जेडीए स्वामित्व की 667 वर्ग गज सरकारी जमीन पर एसएस कॉलेज/एसएस पब्लिक स्कूल की अवैध इमारत बनाई गई थी. इसके ठीक सामने करीब 1000 वर्ग गज जमीन पर 9 कमरे टीन शेड लगाकर अतिक्रमण किया गया था. जिस पर सोमवार को जेडीए का 'पीला पंजा' पड़ा.
कार्रवाई को लेकर मुख्य नियंत्रक प्रवर्तन रघुवीर सैनी ने बताया कि रीट पेपर लीक मामले में आरोपी रामकृपाल मीणा की जब एसओजी में गिरफ्तारी हुई, तो किसी प्राइवेट व्यक्ति ने फोन करके सूचना दी कि जेडीए की खातली प्रकृति की सरकारी जमीन पर रामकृपाल ने अवैध निर्माण किया हुआ है. जबकि खातली प्रकृति की जमीन पर किसी भी तरह का निर्माण निषेध है. शुक्रवार को सूचना मिलने के बाद शनिवार को जोन 5 के रेवेन्यू टीम और तकनीकी टीम ने मौके पर आकर परीक्षण किया. जिसमें सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण पाया गया. जिस पर नोटिस देकर अवैध कब्जे और अतिक्रमण को हटाने को लेकर पाबंद किया गया.
उन्होंने बताया कि निर्धारित प्रक्रिया अपनाते हुए मंगलवार सुबह तक का समय दिया गया था. इसे लेकर संबंधित पक्ष ने एक प्राइवेट सोसाइटी के कागज और बिजली के बिल सहित जवाब प्रस्तुत किया था, जिसका विधिक परीक्षण किया गया, जिसमें वो तथ्यहीन पाया गया. लंबे समय से सरकारी जमीन पर किए गए अतिक्रमण पर अब तक संज्ञान (Action Against REET Paper Leak Accused Ram Kripal Meena) नहीं लेने के सवाल पर रघुवीर सैनी ने कहा कि सरकारी भूमि पर अवैध कमरे के मामले में जेडीए जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहा है. जैसे ही ये मामला नोटिस में आया, जोन स्तर पर परीक्षण करवाकर इसे अतिक्रमण मुक्त कर जेडीए के कब्जे में लेने की कार्रवाई कर रहे हैं.
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इस कार्रवाई में कोई जनहानि या निजी संपत्ति का नुकसान न हो, इसलिए चरणबद्ध तरीके से कार्रवाई की जा रही है. चूंकि अवैध निर्माणकर्ता का निवास भी अवैध बिल्डिंग के चौथी फ्लोर पर ही है. ऐसे में उनसे निजी संपत्ति हटाने की भी समझाइश की जा रही है. आगे जोन से रिपोर्ट प्राप्त कर नियमानुसार कार्रवाई की. इस दौरान सालों से बना हुआ अपना घरौंदा उजड़ता देख रामकृपाल मीणा की धर्मपत्नी मौके पर ही बिलख पड़ी. जिसे महिला पुलिस कर्मियों की मदद से मौके से ले जाया गया.
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आपको बता दें कि हाल ही में राजस्थान की एसओजी टीम ने रीट 2021 पेपर लीक केस में एक (SOG Investigation in REET Paper Leak Case) बड़ा खुलासा किया. जिसमें पेपर लीक जयपुर के शिक्षा संकुल से होना बताया गया है. परीक्षा के 1 दिन पहले ही पेपर सवा करोड रुपए में बिका था. पेपर लीक करने वाले जयपुर के त्रिवेणी नगर स्थित जगन्नाथ पुरी निवासी रामकृपाल मीणा को एसओजी ने गिरफ्तार किया. राम कृपाल मीणा ने जालौर के रणोदर निवासी उदाराम बिश्नोई को एक करोड़ 22 लाख रुपए में ये पेपर बेचा था.