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करौली में पुजारी की हत्या के बाद चाकसू में भी युवक को जिंदा जलाने की कोशिश, सरपंच प्रत्याशी के बेटे पर हमला

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Published : Oct 10, 2020, 10:26 AM IST

Updated : Oct 10, 2020, 10:59 AM IST

राजधानी जयपुर के चाकूस से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. कुछ नकाबपोश लोगों ने एक सरपंच प्रत्याशी के बेटे पर तेजाब डाल दिया. पीड़ित को झुलसी हालात में जयपुर के SMS भर्ती कराया गया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.

सरपंच प्रत्याशी के बेटे पर फेंका तेजाब
सरपंच प्रत्याशी के बेटे पर फेंका तेजाब

चाकसू (जयपुर). राजस्थान धीरे-धीरे क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है. बेटियां तो क्या यहां आम इंसान भी अब सुरक्षित नहीं है. करौली जिले में पुजारी को पैट्रोल डाल कर जिंदा जलाने की अमानवीय घटना के बाद अब सरपंच प्रत्यशी के बेटे को तेजाब से जलाने का मामला सामने आया है. तितरिया पंचायत में कुछ नकाबपोश लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. घटना करीब बीती रात 12 बजे की बताई जा रही है. स्थानीय शिवदासपुरा थानाधिकारी इन्द्रराज मरोडिया की मानें तो अभी हमलावरों का पता नहीं चल पाया है.

सरपंच प्रत्याशी के बेटे पर फेंका तेजाब

जानकारी के मुताबिक पहले आरोपियों ने सरपंच प्रत्याशी के बेटे से मारपीट की. इसके बाद उसके ऊपर तेजाब डाल दिया. बताया जा रहा है कि युवक का शरीर तेजाब से जल गया है. युवक को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उसका इलाज जारी है. जिस युवक पर हमला किया गया है वह तितरिया पंचायत की सरपंच प्रत्याशी सुरज्ञान देवी का बेटा है. फिलहाल शिवदासपुरा थाने में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

पढ़ें: राजस्थान में पुजारी की हत्या पर राजनीति हुई तेज, विरोध में कई संगठन

बता दें कि राजस्थान में पंचायती राज चुनाव के तहत चौथे चरण का मतदान आज हो रहा है. चाकसू के तीतरिया ग्राम पंचायत में भी गांव की सरकार चुनने के लिए लोग वोट कर रहे हैं. ऐसी में इस घटना को चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं ऐसे में चुनाव प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं.

गौरतलब है कि बुधवार को एक मंदिर के पुजारी को दबंगों ने जिंदा जलाकर मार दिया है. जिसके बाद राजस्थान की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

यह मामला 7 अक्टूबर बुधवार का है, जब दबंगों ने पुजारी को जिंदा जलाया था. पुजारी दो दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ता रहा और आखिरकार शुक्रवार को उसकी हिम्मत जवाब दे गई और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

यह है पूरा मामला...

जानकारी के अनुसार करौली जिले के सपोटरा के बुकना गांव में स्थित राधा गोपाल मंदिर है, इसी मंदिर में पुजारी बाबूलाल वैष्णव पूजा-पाठ किया करते थे. जिस जमीन पर मंदिर बना हुआ था उसी के एक हिस्से में पुजारी घर बनवाना चाहते थे. इसी दिशा में वे जमीन समतल करवा रहे थे और जल्द ही मकान का काम शुरू करने वाले थे. ये बात गांव के कुछ दबंगों चुभ गई. कुछ दिन पूर्व 20-25 लोग पुजारी को धमकाने आए थे और उन्हें धमकी दी थी कि अगर मकान बनवाया तो अच्छा नहीं होगा.

दबंगों ने पंचायत की भी नहीं सुनी...

इसके बाद पुजारी बाबूलाल वैष्णव इस मामले को पंचायत में ले गए. पंचायत ने पुजारी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए दबंगों को पाबंद किया कि वे पुजारी को परेशान ना करें. पंचायत में हुई फजीहत के बाद दबंगों ने पुजारी से बदला लेने का मन बना लिया. इसके बाद 7 अक्टूबर को दबंगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जिंदा जला दिया.

परिजन बैठे धरने पर...

बीते दो दिनों से पुजारी बाबूलाल वैष्णव राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. पुजारी की मौत से गुस्साए परिजन अस्पताल के बाहर ही धरने पर बैठ गए. कई सामाजित संगठन भी इस दौरान वहां पहुंच गए. सरकार द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ.

पीड़ित परिवार की मांगें...

पीड़ित परिवार की मांग है कि पहले उनको पुलिस सुरक्षा दी जाए. जिससे वो डेथ बॉडी को लेकर गांव जा सकें. साथ ही निर्धन पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार में एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग रखी है. इसके अलावा पूरे प्रकरण में एसएचओ सपोटरा की भूमिका भी संदिग्ध है, जिनको भी सस्पेंड किया जाए. हालांकि, बाद में पुलिस के आलाधिकारियों की समझाइश के बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया.

दोषियों को नहीं बख्शेंगेः गहलोत

मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा कि करौली में बाबूलाल वैष्णव की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है. प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है. घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

चाकसू (जयपुर). राजस्थान धीरे-धीरे क्राइम कैपिटल बनता जा रहा है. बेटियां तो क्या यहां आम इंसान भी अब सुरक्षित नहीं है. करौली जिले में पुजारी को पैट्रोल डाल कर जिंदा जलाने की अमानवीय घटना के बाद अब सरपंच प्रत्यशी के बेटे को तेजाब से जलाने का मामला सामने आया है. तितरिया पंचायत में कुछ नकाबपोश लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है. घटना करीब बीती रात 12 बजे की बताई जा रही है. स्थानीय शिवदासपुरा थानाधिकारी इन्द्रराज मरोडिया की मानें तो अभी हमलावरों का पता नहीं चल पाया है.

सरपंच प्रत्याशी के बेटे पर फेंका तेजाब

जानकारी के मुताबिक पहले आरोपियों ने सरपंच प्रत्याशी के बेटे से मारपीट की. इसके बाद उसके ऊपर तेजाब डाल दिया. बताया जा रहा है कि युवक का शरीर तेजाब से जल गया है. युवक को एसएमएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. जहां उसका इलाज जारी है. जिस युवक पर हमला किया गया है वह तितरिया पंचायत की सरपंच प्रत्याशी सुरज्ञान देवी का बेटा है. फिलहाल शिवदासपुरा थाने में पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

पढ़ें: राजस्थान में पुजारी की हत्या पर राजनीति हुई तेज, विरोध में कई संगठन

बता दें कि राजस्थान में पंचायती राज चुनाव के तहत चौथे चरण का मतदान आज हो रहा है. चाकसू के तीतरिया ग्राम पंचायत में भी गांव की सरकार चुनने के लिए लोग वोट कर रहे हैं. ऐसी में इस घटना को चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है. वहीं ऐसे में चुनाव प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर भी सवाल उठ रहे हैं.

गौरतलब है कि बुधवार को एक मंदिर के पुजारी को दबंगों ने जिंदा जलाकर मार दिया है. जिसके बाद राजस्थान की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है और प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

यह मामला 7 अक्टूबर बुधवार का है, जब दबंगों ने पुजारी को जिंदा जलाया था. पुजारी दो दिन तक जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ता रहा और आखिरकार शुक्रवार को उसकी हिम्मत जवाब दे गई और उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया.

यह है पूरा मामला...

जानकारी के अनुसार करौली जिले के सपोटरा के बुकना गांव में स्थित राधा गोपाल मंदिर है, इसी मंदिर में पुजारी बाबूलाल वैष्णव पूजा-पाठ किया करते थे. जिस जमीन पर मंदिर बना हुआ था उसी के एक हिस्से में पुजारी घर बनवाना चाहते थे. इसी दिशा में वे जमीन समतल करवा रहे थे और जल्द ही मकान का काम शुरू करने वाले थे. ये बात गांव के कुछ दबंगों चुभ गई. कुछ दिन पूर्व 20-25 लोग पुजारी को धमकाने आए थे और उन्हें धमकी दी थी कि अगर मकान बनवाया तो अच्छा नहीं होगा.

दबंगों ने पंचायत की भी नहीं सुनी...

इसके बाद पुजारी बाबूलाल वैष्णव इस मामले को पंचायत में ले गए. पंचायत ने पुजारी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए दबंगों को पाबंद किया कि वे पुजारी को परेशान ना करें. पंचायत में हुई फजीहत के बाद दबंगों ने पुजारी से बदला लेने का मन बना लिया. इसके बाद 7 अक्टूबर को दबंगों ने पुजारी पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जिंदा जला दिया.

परिजन बैठे धरने पर...

बीते दो दिनों से पुजारी बाबूलाल वैष्णव राजधानी के सवाई मानसिंह अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली. पुजारी की मौत से गुस्साए परिजन अस्पताल के बाहर ही धरने पर बैठ गए. कई सामाजित संगठन भी इस दौरान वहां पहुंच गए. सरकार द्वारा आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ.

पीड़ित परिवार की मांगें...

पीड़ित परिवार की मांग है कि पहले उनको पुलिस सुरक्षा दी जाए. जिससे वो डेथ बॉडी को लेकर गांव जा सकें. साथ ही निर्धन पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और परिवार में एक सदस्य को नौकरी देने की भी मांग रखी है. इसके अलावा पूरे प्रकरण में एसएचओ सपोटरा की भूमिका भी संदिग्ध है, जिनको भी सस्पेंड किया जाए. हालांकि, बाद में पुलिस के आलाधिकारियों की समझाइश के बाद परिजनों ने धरना समाप्त कर दिया.

दोषियों को नहीं बख्शेंगेः गहलोत

मामले के तूल पकड़ने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने भी ट्वीट कर कहा कि करौली में बाबूलाल वैष्णव की हत्या अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है. सभ्य समाज में ऐसे कृत्य का कोई स्थान नहीं है. प्रदेश सरकार इस दुखद समय में शोकाकुल परिजनों के साथ है. घटना के प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कार्रवाई जारी है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

Last Updated : Oct 10, 2020, 10:59 AM IST
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