जयपुर. प्रदेश में बढ़े बिजली के दामों और लॉकडाउन के दौरान बिजली के बिल माफ करने की मांग को लेकर पार्टियां विरोध कर रही है. भाजपा ने इसे अहम मुद्दा बना रखा है, वहीं सोमवार को आम आदमी पार्टी ने भी बिजली के बिल माफ करने को लेकर जिला कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. आम आदमी पार्टी की महिला विंग के साथ ही आम आदमी पार्टी के छात्र और युवा संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने ये ज्ञापन सौंपा है.
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आम आदमी पार्टी के महिला विंग की अध्यक्ष चंद्रमुखी रेपसवाल के नेतृत्व में ज्ञापन दिया गया. ज्ञापन देने गई उप सचिव मंजू जैन ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना जैसी महामारी के चलते लोगों का जीवन बचाने के लिए केंद्र के निर्देशानुसार राज्य सरकार को भी लॉकडाउन का निर्णय लेना पड़ा, जो एक सही कदम था. इस कारण लोगों का जीवन तो प्रभावित हुआ ही है, साथ ही उनका कारोबार भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. लोगों को घर खर्च चलाने में भी कठिनाई हो रही है. हर वर्ग को इस संकट से गुजरना पड़ा रहा है. कुछ लोगों के सामने भूखे मरने की तक की नौबत आ गई है. इस बीच बिजली के भारी भरकम बढ़े हुए शुल्क के बिल भी आ गए हैं. इसमें विद्युत खर्च के अलावा अन्य प्रकार के बढ़े हुए शुल्क भी शामिल हैं. बिजली के बिलों ने लोगों की कमर ही तोड़ दी है.
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वहीं, आम आदमी पार्टी की छात्र विंग की प्रदेश सचिव नेहा गोयल और प्रदेश उपाध्यक्ष कनिष्क खन्ना ने भी ज्ञापन दिया. उन्होंने बताया कि समस्या तब और अधिक बढ़ गई है. पिछले सप्ताह सरकार ने बिजली के बिल और अधिक बढ़ाकर कोढ़ में खाज का काम कर दिया है. राज्य के आमजन ने अपनी पीड़ा विभिन्न माध्यम से सरकार के साथ साथ-आम आदमी पार्टी को भी बताई. आम आदमी पार्टी ने लोगों की इस पीड़ा को देखा और समझा. पार्टी ने सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया के माध्यम से सरकार तक इस पीड़ा को पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन सरकार की ओर से राहत की कोई घोषणा नहीं हुई है. सरकार तक लोगों की जन भावना को पहुंचाने के लिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता फिर से सरकार के सामने आए हैं. कुछ दिनों पहले आम आदमी पार्टी ने बिजली के बिलों को माफ करने को लेकर जयपुर में एक बड़ा आंदोलन किया था.